मुंबई:एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में प्रस्तावित विलय से दोनों वित्तीय संस्थानों के साथ ग्राहकों को भी फायदा होगा। विलय के बाद बनने वाली संयुक्त इकाई के ग्राहकों को सभी प्रकार की बैंकिंग सेवाएं एक ही मंच पर मिलने लगेंगी।
दरअसल, एचडीएफसी लिमिटेड एक आवास वित्त कंपनी है। इस कारण वह केवल होम लोन देती है। अन्य बैंकिंग सेवाओं के लिए ग्राहकों को अन्य बैंकों पर निर्भर रहना पड़ता है। एचडीएफसी लिमिटेड का समूह कंपनी होने के कारण एचडीएफसी बैंक होम लोन की सेवा नहीं देता है। इस कारण बैंक के ग्राहकों को होम लोन के लिए अन्य संस्थानों का सहारा लेना पड़ता है। इस विलय के पूरा होने के बाद एचडीएफसी लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों को एक ही मंच पर होम लोन, व्हीकल लोन, पर्सनल लोन, रिटेल लोन समेत सभी प्रकार की बैंकिंग सेवाएं मिलने लगेंगी।
विलय की घोषणा के बाद एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने बताया कि विलय के बाद बनने वाली इकाई की संयुक्त बैलेंस शीट 17.87 लाख करोड़ रुपये और कुल संपत्ति 3.3 लाख करोड़ रुपये होगी। पारेख ने यह भी कहा कि एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक के विलय से एचडीएफसी लिमिटेड के कर्मचारियों पर कोई असर नहीं होगा। बैंक ने शेयर बाजार की दी सूचना में कहा है कि इस विलय से ग्राहकों, कर्मचारियों और शेयरधारकों समेत सभी हितधारकों को लंबी अवधि में लाभ होगा। बैंक ने कहा कि यह विलय सरकार के सभी के लिए घर के दृष्टिकोण को और गति प्रदान करेगा।
प्रस्तावित सौदे के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। एचडीएफसी के पास कुल 6.23 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जबकि एचडीएफसी बैंक के पास 19.38 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। एचडीएफसी बैंक का 6.8 करोड़ का बड़ा ग्राहक आधार है।
पूंजीकरण के लिहाज से टीसीएस से बड़ी कंपनी होगी
विलय के बाद बनने वाली संयुक्त इकाई मार्केट कैप के लिहाज से देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। विलय के बाद संयुक्त कंपनी का मार्केट कैप 14 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा होगा और वह टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को पछाड़ देगी। अभी टीसीएस का मार्केट कैप 13.80 लाख करोड़ रुपये के करीब है। 18 लाख करोड़ के मार्केट कैप के साथ अभी रिलायंस इंडस्ट्रीज टॉप पर है। जबकि टीसीएस दूसरे स्थान पर है।
शेयरों में 10 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल
विलय की घोषणा के बाद एचडीएफसी लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 10 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया। दिनभर के कारोबार के बाद एचडीएफसी बैंक का शेयर 9.97 प्रतिशत के उछाल के साथ 1656.45 रुपये और एचडीएफसी लिमिटेड का शेयर 9.30 प्रतिशत के उछाल के साथ 2678.90 पर बंद हुआ। समूह कंपनी एचडीएफसी असेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड का शेयर 3.38 प्रतिशत की तेजी के साथ 2352.25 पर बंद हुआ।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
एचडीएफसी के चेयरमैन, दीपक पारेख कहते हें कि इस विलय से एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड की परिचालन लागत में कमी आएगी। हम कृषि, होम लोन और अन्य क्षेत्रों में अधिक किफायती दर से लोन उपलब्ध करा पाएंगे। कंपनी को शहरी, अर्ध शहरी और ग्रामीण इलाकों में तेजी के साथ विस्तार करने में मदद मिलेगी।
वहीं वाइस चेयरमैन और सीईओ एचडीएफसी केके मिस्त्री का कहना है कि यह विलय एचडीएफसी बैंक को वैश्विक मानकों से भी बड़ा ऋणदाता बना देगा। इससे एचडीएफसी बैंक में एफआईआई हिस्सेदारी के लिए और अधिक जगह बनेगी। एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक का विलय वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है।