डेस्क:आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच भी सीट बंटवारे को लेकर अपने-अपने दावा सामने आने लगे हैं। केंद्रीय मंत्री और हम के संरक्षक जीतनराम मांझी ने एक बार फिर से इशारों-इशारों में सीटों को लेकर अपना दावा ठोंक दिया है। मांझी ने कहा हम एनडीए परिवार का हिस्सा हैं, अगर घर में चार रोटी हैं, तो हम कोनना देखकर नहीं रहेंगे। एक रोटी तो जरूर मांगेंगे। 20 सीटें अगर हम जीतकर आएंगे, तो सारा काम करेंगे। लेकिन जब 20 से ज्यादा सीट मिलेगी, तब न 20 सीट जीतेंगे।
इससे पहले दिल्ली चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलने पर केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कैबिनेट छोड़ने की धमकी दे डाली थी। कहा था कि एनडीए ने हमें कमजोर समझने की गलती की है। झारखंड चुनाव में भी एनडीए ने कोई सीट नहीं दी थी। उन्होने कहा कि हम मांगे नहीं, तो नहीं मिलेगा, ये अन्याय है। अगर वो समझते हैं कि हमारा अस्तित्व नहीं है, इसलिए हमें सीट नहीं दी गई। हमारा जनाधार देखना है, तो हमारी जनसभाएं देखें। हालांकि अपने इस बयान पर मांझी ने सफाई भी दी थी।
अब एक बार फिर से जहानाबाद में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में जीतन मांझी ने दावा ठोंका है। तेजस्वी पर निशाना साधते हुए मांझी ने कहा कि तेजस्वी मं अज्ञानता है, वो कुछ जानने वाले और करने वाले नहीं हैं। उनको विकास से क्या मतलब है। समाज को क्या चाहिए, इससे क्या लेना-देना। उन्होने कभी कोई आंदोलन नहीं किया। कभी जेल नहीं गए। फिर वो क्या समझेंगे। बिहार को क्या मिलना चाहिए उससे ज्याद ही मिला है।
बजट में बिहार के लिए की गईं घोषणाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। मांझी ने कहा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए था, उससे ज्यादा मिला है। मखाना बोर्ड का गठन हुआ है। कोसी नदी के जीर्णोद्धार करने की बात कही, साथ ही बिहार में एयरपोर्ट का विस्तार होगा।