डेस्क:साल 2009 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन की फिल्म ‘पा’ एक आइकॉनिक हिट थी। फिल्म की ना सिर्फ कहानी काफी दमदार थी, बल्कि इसमें अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन के काम को भी काफी सराहा गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक तकनीकी कारण के चलते यह फिल्म बनने से पहले ही बंद होने जा रही थी, लेकिन फिर एक सिनेमैटोग्राफर की सूझबूझ के चलते फिल्म बनाई भी गई और इसे दर्शकों का बेशुमार प्यार मिला। तो चलिए जानते हैं अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन की फिल्म ‘पा’ से जुड़ा यह यादगार किस्सा।
आर. बाल्कि से हो गई थी भयंकर गलती
फिल्म के निर्देशक आर.बाल्कि ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया, “जरा कल्पना कीजिए कितना बड़ा ब्लंडर था यह। वो (अमिताभ बच्चन) 6 फुट 2 इंच के हैं और मुझे दिमाग में यह सूझा कि उन्हें एक बच्चे के किरदार में दिखाते हैं। कौन सा बच्चा 6 फीट 2 इंच का होता है? अमिताभ बच्चन इरिटेट होने लगे कि बाल्कि यह क्या हो रहा है यार। सब ठीक तो लग रहा है। तो मैंने कहा- अमित जी यह बहुत डरावना दिख रहा है। यह इतना बुरा है कि भयानक लग रहा है। मैंने पीसी (पीसी श्रीराम) से कहा कि यार मुझे लगता है कि हमें यह फिल्म बंद करनी पड़ेगी।”
काम कर गई पीसी श्रीराम की यह ट्रिक
जब हर कोई यह सोच रहा था कि यह फिल्म बंद करनी पड़ेगी, तब सिनेमैटोग्राफर पीसी श्रीराम ने एक ऐसा आइडिया जिसके चलते ना सिर्फ पूरी फिल्म बन गई बल्कि किसी का इस बात पर ध्यान भी नहीं लगा कि अमिताभ बच्चन की हाइट इतनी ज्यादा है। पीसी ने कहा- एक मिनट, एक मिनट। वहां एक बड़ी सी टेबल थी। वह मेज पर चढ़ गया और बोला- मुझे कैमरा दो, कैमरा दो। और बोला- अमित जी आप यहां आओ और सामने खड़े हो जाओ। उनसे 8 एमएम का लेंस लिया और सीधा अमित जी की तरफ जूम करता गया, और उसका शॉट बहुत कमाल का था। वह अचानक किसी लड़के की तरह दिख रहे थे।
फिर इस तरह शूट की गई पूरी फिल्म
क्योंकि उसने यह नोटिस किया और फिर हम सभी ने भी कि उनका (अमिताभ का) सिर बहुत बड़ा था, और उस हिसाब से उसका शरीर बहुत दुबला-पतला है। जब आप एक वाइड लेंस इस्तेमाल करते हैं और एक तरह से इसे ऊपर से फिल्माते हैं तो जो ऑब्जेक्ट आपके करीब है वो सबसे बड़ा दिखता है और बाकी सब कुछ एक तरह से पतला होता चला जाता है। हमने वो पूरी फिल्म टॉप एंगल से शूट कर डाली थी।” इस तरह पीसी श्रीराम की सूझबूझ ने एक कमाल की फिल्म को बंद होने से बचा लिया और इससे आर. बाल्कि ने दर्शकों को एक कमाल का किरदार पर्दे पर उतारकर दिया।