नई दिल्ली:देश का विदेशी मुद्रा भंडार 24 जून को समाप्त सप्ताह में 2.734 अरब डॉलर बढ़कर 593.323 अरब डॉलर हो गया। ये वो वक्त था जब भारतीय रुपया हर दिन नए लो लेवल को छु रहा था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 5.87 अरब डॉलर घटकर 590.588 अरब डॉलर हो गया था। हालांकि, ताजा वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों का बढ़ना है।
चौबीस जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों का बढ़ना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा स्वर्ण आरक्षित भंडार के बढ़ने से भी विदेशीमुद्रा भंडार बढ़ा है। आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 2.334 अरब डॉलर बढ़कर 529.216 अरब डॉलर हो गयी।
डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है। आंकड़ों के अनुसार, सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 34.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.926 अरब डॉलर हो गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 5.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.21 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 30 लाख डॉलर बढ़कर 4.97 अरब डॉलर हो गया।