सुबह-सुबह ‘ऑन द डॉट’ पर न्यूज़ आयी और मैं सिहर गया……एक और बच्ची के विश्वास को ध्वस्त कर दिया गया। दिल्ली पुलिस ने दिल दहलाने वाले हत्याकांड का खुलासा किया। 18 मई यानी तक़रीबन 6 महीने पहले लिव इन पार्टनर आफताब ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। उसके शव को आरी से काटा। नया फ्रिज लाया ताकि टुकड़े उसमें रख सके और बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती सुलगाता था। 18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के टुकड़े जंगल में फेंक आता था। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस से 12 नवंबर शनिवार को अरेस्ट किया।
यह आपसी बहस में हुई हिंसा नहीं है बल्कि सुनियोजित क्रूर हत्या है। आफताब ने ‘डेक्सटर’ वेब सीरीज को पहले देखा फिर हत्या का प्लान किया। यदि आप को पता नहीं हो जैसे मुझे सुबह से पहले नहीं पता था कि ‘डेक्सटर’ एक अमेरिकी क्राइम ड्रामा और साइकोलॉजिकल थ्रिलर शो है, जो 2006 से 2013 के बीच ऑनएयर हुआ। इसके 8 सीजन हैं।
इस शो का मुख्य किरदार डेक्स्टर मॉर्गन दिन में पुलिस के लिए फॉरेंसिक टेक्नीशियन के तौर पर काम करता है, जबकि रात को वह सीरियल किलर के तौर पर उन अपराधियों का मर्डर करता है जिन्होंने बर्बर अपराध किए हैं, लेकिन कानून ने उन्हें सही सजा नहीं दी। इसी सीरीज को देखने के बाद उसने 18 मई को गला घोंटकर श्रद्धा का मर्डर किया और उसके बाद शव के 35 टुकड़े कर उसे दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में फेंकने लगा।
इनमें से कई टुकड़ों को जंगली जानवर खा गए, जबकि कई हिस्से सड़-गल गए। इतने जघन्य अपराध के पश्चात् वो डरा या सहमा नहीं…. इससे उसकी प्रवृत्ति व परिवेश का अंदाज़ा लगता है। हत्या के बाद से आफताब नॉर्मल जिंदगी जी रहा था और उसे देखने से कोई कह नहीं सकता था कि वह एक सुनियोजित तरीके से संगीन हत्या कर चुका था।
हत्या के 5 महीने बाद मेहरौली में रहने वाले उसके पड़ोसी भी हैरान हैं कि उनके पड़ोस में ऐसा वहशी हत्यारा रह रहा था। अभी तक बाहर आयी जानकारी के मुताबिक श्रद्धा से पहले भी आफताब ने डेटिंग ऐप के जरिए कई हिंदू लड़कियों के साथ दोस्ती कर के उस रिश्ते का मिसयूज किया था। पर हम इसे हत्या ही कहेंगे ‘लव जिहाद’ नहीं। क्योंकि हमें सेक्युलर की घुट्टी पिलायी गयी है।
बच्चियों से निवेदन है प्लीज़ सजग रहिये सतर्क रहिये। लव जिहाद अलग-अलग रूप धारण कर के प्यार को डस रहा है। आप का बाबू अलग है इस भ्रम में न फँसे। आप समझदार हैं…. अपने निर्णय सही ले सकती हैं, इस बात पर संशय नहीं है।