नई दिल्ली:सियासी भूचाल के बाद पाकिस्तान की संसद भंग हो गई और आम चुनाव के लिए रास्ता साफ हो गया है। विपक्षी दलों का इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने का सपना हकीकत नहीं बन पाया। इस बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच भी गया है। विपक्षी दलों के सुप्रीम कोर्ट पहुंचने पर इमरान सरकार के निवर्तमान मंत्री शेख रशीद ने तंज कसते हुए कहा कि ये फुंके हुए कारतूस हैं, इनके बस में कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक संकट का हल जनता के पास होता है कोर्ट के पास नहीं, इसलिए ये लोग चुनाव से क्यों घबरा रहे हैं?
रविवार को पाकिस्तान संसद और कैबिनेट भंग होने के साथ ही इमरान खान की पीएम की कुर्सी तो चली गई लेकिन संसद में बेदखल होने से वो बच निकले। अब इमरान खान आगामी चुनाव तक कार्यवाहक पीएम रहेंगे। इमरान के निवर्तमान मंत्री शेख रशीद ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि ये फुंके हुए कारतूस हैं, अगर इनमें सच्चाई है तो फिर चुनाव से क्यों घबरा रहे हैं? उन्होंने कहा कि राजनीतिक संकट का हल कभी भी कोर्ट तय नहीं कर सकता, इसका जवाब जनता के पास ही होता है। ऐसे में विपक्षी दल चुनाव स्वीकारने के बजाय कोर्ट का रुख क्यों कर रहे हैं?
पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ और उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ(विपक्षी दलों के नेता) पर हमला बोलते हुए शेख रशीद आगे कहते हैं कि जो लोग सप्ताह में दो दिन लंदन जाते हैं वो पाकिस्तान की आवाम के बारे में क्या सोचेंगे?
इमरान खान ने गद्दारी की
वहीं, इमरान खान की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति आरिफ अल्वी का पाक संसद को भंग करने का फैसला लेना विपक्ष को रास नहीं आया। विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने इमरान खान को देश का गद्दार बताया। पाकिस्तानी मीडिया चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव से पीछे हटकर जनता को धोखा दिया है। जनता उन्हें आगामी दिनों में जरूर सबक सिखाएगी।