जयपुर। राजस्थान में सड़कों पर खुली घूम रही गायों और अन्य गोवंश के लिए अब ‘आवारा’ शब्द का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी गई है। इसके स्थान पर अब ‘असहाय’ या ‘बेसहारा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना होगा। इस संबंध में भजन लाल शर्मा की अगुवाई वाली भाजपा सरकार ने एक आदेश भी जारी कर दिया है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान सरकार ने एक आदेश में कहा है कि राजस्थान में गायों और अन्य गोवंश के लिए ‘आवारा’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा क्योंकि इसका इस्तेमाल ‘अपमानजनक’ और ‘अनुचित’ है। गायों और अन्य गोवंश जो अपने आप घूमते रहते हैं, उनके लिए ‘असहाय’ या ‘बेसहारा’ जैसे शब्दों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इससे पहले जुलाई में राजस्थान के पशुपालन और डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा था कि राजस्थान में गायों को ‘आवारा’ नहीं कहा जाएगा और उनके लिए ‘बेसहारा’ शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा।
मंत्री कुमावत ने कहा कि भाजपा सरकार गायों और बैलों के संरक्षण और संवर्धन के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि गायों के कल्याण के लिए 250 करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ मुख्यमंत्री पशुपालन विकास कोष का गठन किया जाएगा।
विपक्षी कांग्रेस ने पहले आरोप लगाया था कि भाजपा राजस्थान में गायों की स्थिति के बारे में केवल दिखावा कर रही है, जबकि उनके कल्याण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
बता दें कि, भजन लाल सरकार शर्मा ने मुख्यमंत्री बनने के बाद से गायों से जुड़े कई अहम फैसले लिए हैं। वार्ता के अनुसार, सितंबर महीने में शाहपुरा में हुए एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा था कि गौमाता की देखभाल और उसका सम्मान करना हम सभी की जिम्मेदारी है। हमारी सरकार इस महती जिम्मेदारी को समझकर गाय के गौरव को लौटाने के लिए प्रतिबद्ध है और वह प्रदेश में गौवंश संरक्षण और गोपालकों की सहायता के लिए जरूरी कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि गौमाता का सनातन संस्कृति में हमेशा से सर्वोच्च स्थान रहा है। गोवंश की अपार महिमा के चलते ही छोटे से लेकर बड़े अनुष्ठानों में गाय को पूजा जाता है। गाय को आर्थिक समृद्धि, कृषि और आयुर्वेद का आधार एवं पर्यावरण संरक्षक माना गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में गोवंश संरक्षण और गोपालकों की सहायता के लिए निरंतर अहम निर्णय ले रही है ताकि गौवंश का संरक्षण और संवर्द्धन सुनिश्चित हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से गोपालकों के लिए एक लाख रुपये तक ब्याज मुक्त ऋण, पंजीकृत गौशालाओं के अनुदान में 10 प्रतिशत वृद्धि, 100 गौशालाओं को रियायती दरों पर गौ काष्ठ मशीन उपलब्ध करवाने सहित विभिन्न कार्य गौमाता के संवर्धन के लिए किए जा रहे हैं।
गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए निरंतर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में गौ माता की पूजा को महत्वपूर्ण बताया गया है तथा हमारे जीवन में भी गौवंश बहुत उपयोगी है। भजन लाल शर्मा शाहपुरा जिले के कोटड़ी में श्री सुरभि गौ-चिकित्सालय, गौ गृह एवं आईटीआई भवन के उद्घाटन और सामुदायिक भवन एवं किसान प्रशिक्षण सभागार के विस्तारीकरण के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे।