हर माता-पिता अपने बच्चे के लिए एक उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। अपने बच्चों को एक काबिल व्यक्ति बनाने के लिए वो शुरू से ही उसकी पढ़ाई-लिखाई और खान-पान पर ध्यान देने की कोशिश करते हैं। लेकिन कई बार एक्जाम के स्ट्रेस की वजह से बच्चा घंटों पढ़ने के बाद भी याद किया हुआ उत्तर परीक्षा के समय भूल जाता है। अगर आपके बच्चे के साथ भी ऐसा होता है तो उस पर गुस्सा करने की जगह इन बातों पर जरूर ध्यान दें।
बच्चे को रट्टा न लगवाएं-
बच्चे को पढ़ाते समय उसे विषय के बारे में समझाएं न की उससे रट्टा लगवाएं। ध्यान रखें, बच्चा रटा हुआ पाठ अगर भूल गया तो वो परीक्षा में उस विषय पर एक लाइन भी खुद से नहीं लिख पाएगा। इसलिए बच्चे को समझकर याद करने की आदत डालें।
जिंदगी से जोड़कर पढ़ाएं-
बच्चा जब किसी चीज को खुद की लाइफ से रिलेट करेगा तो उसे वो चीज हमेशा याद रहेगी। उदाहरण के लिए बच्चे अक्सर इतिहास विषय में तारीख भूल जाते हैं। ऐसे में उन्हें तारीख याद करवाने के लिए उनके जन्मदिन की तारीख से उन तारीखों को रिलेट करें ताकि उन्हें सारे डेट याद रहें।
गाने की धुन पर याद करवाएं पाठ-
जब भी बच्चे को कुछ बोरिंग याद करवा रहे हों तो किसी कविता या गाने के रूप में गाकर या पढ़कर बताएं। साइंस, इंग्लिश और हिंदी आदि विषयों को जब बच्चे किसी गाने की पंक्तियों के तौर पर सुनते और गुनगुनाते हैं, तो उन्हें पाठ याद रखना आसान हो जाता है।
रिवीजन भी है जरूरी-
बच्चे को कोई भी पाठ पढ़ाने के बाद अगले दिन उससे उसके प्रश्न जरूर लिखवाकर देखें। किसी विषय को अगर बार-बार लिखकर याद किया जाए, तो वह पूरी तरह से याद हो जाता है।