डेस्क:राजस्थान में गहलोत सरकार के नए जिले खत्म करने पर कांग्रेस भड़क गई है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि 1 जनवरी से प्रदेशभर में इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। सरकार ने डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के जिले को समाप्त कर दिया गया है, जिस पर डोटासरा ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अब प्रेमचंद बैरवा जनता के बीच क्या मुंह लेकर जाएंगे, जबकि मुख्यमंत्री ने अपने क्षेत्र के जिलों को बचा लिया।
कांग्रेस के पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने इस निर्णय को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया है। डोटासरा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान राजस्थान सरकार ने यह फैसला लिया, जो अत्यंत खेदजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि एक तरफ, मनमोहन सिंह को भारत सरकार ने 7 दिन के राजकीय शोक के तहत श्रद्धांजलि दी, जबकि दूसरी ओर राजस्थान सरकार ने यह जनविरोधी निर्णय लिया, जो किसी के भी विचार से परे है।
बता दें भजनलाल सरकार की शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय बनाए गए नए जिलों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। बैठक में गहलोत राज में बनाए गए 17 जिलों में से 9 जिलों को निरस्त कर दिया गया है। साथ ही तीन नए संभागों, सीकर, पाली और बांसवाड़ा, को भी समाप्त कर दिया गया है। अब राजस्थान में कुल 41 जिले और 7 संभाग रहेंगे। इस निर्णय के बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार को सड़क से सदन तक घेरने की रणनीति तैयार की है।
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि गहलोत सरकार के दौरान जिन जिलों और संभागों का गठन किया गया था, वह एक रिटायर्ड IAS अधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी की सिफारिशों के बाद किए गए थे, लेकिन भाजपा सरकार ने मात्र 12 महीनों में यह पहला निर्णय लिया, जो पूरी तरह से जनता विरोधी है। कांग्रेस ने इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन करने की घोषणा की है।