गोंडा:उत्तर प्रदेश में एक बार फिर पुलिस का एंकाउंटर मॉडल चर्चा में है। गोंडा जिले के उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र में पुलिस और एक लाख के इनामी बदमाश सोनू पासी के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें बदमाश मारा गया। यह मुठभेड़ रविवार देर रात सनौली मोहम्मदपुर इलाके में हुई, जहां पुलिस को सोनू पासी की मौजूदगी की गुप्त सूचना मिली थी।
मुखबिर की सूचना पर हुई घेराबंदी
पुलिस को इनपुट मिला था कि कुख्यात अपराधी सोनू पासी इलाके में छिपा हुआ है। इस सूचना पर पुलिस टीम ने क्षेत्र में सघन घेराबंदी की और सोनू पासी को आत्मसमर्पण के लिए ललकारा। लेकिन बदमाश ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें थाना उमरी बेगमगंज के एसएचओ नरेंद्र राय बाल-बाल बचे। बदमाश की गोली एसएचओ की ओर आई, लेकिन वे बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए थे, जिससे उनकी जान बच गई।
जवाबी फायरिंग में ढेर हुआ बदमाश
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें बदमाश सोनू पासी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोनू पासी पर हत्या, लूट, अपहरण और गैंगस्टर एक्ट जैसे संगीन मामलों में कई मुकदमे दर्ज थे। राज्य सरकार ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
पुलिस का बयान
गोंडा पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि मुठभेड़ पूरी तरह से नियमानुसार और आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई थी। घटनास्थल से एक पिस्टल, कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। मारे गए बदमाश के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और आगे की जांच जारी है।
एंकाउंटर मॉडल पर फिर बहस शुरू
इस मुठभेड़ के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश के एंकाउंटर मॉडल की चर्चा तेज हो गई है। सरकार के अनुसार, अपराधियों पर लगाम कसने के लिए सख्त कार्रवाई की जा रही है, वहीं मानवाधिकार संगठनों और कुछ विपक्षी दलों की ओर से इन मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच की मांग भी समय-समय पर उठती रही है।
फिलहाल, गोंडा पुलिस ने इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता बताया है और दावा किया है कि क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण के लिए अभियान जारी रहेगा।