डेस्क:देश की सबसे बड़ी पैकेटबंद स्नैक और मिठाई कंपनी- हल्दीराम स्नैक्स फूड की बड़ी हिस्सेदारी बिकने वाली है। यह हिस्सेदारी सिंगापुर सरकार के स्वामित्व वाली निवेश कंपनी टेमासेक खरीदने वाली है। मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक टेमासेक, हल्दीराम स्नैक्स फूड्स में प्रमोटरों से 10% हिस्सेदारी हासिल करने के करीब है। इसके लिए अग्रवाल परिवार और टेमासेक, दोनों ने एक टर्म शीट पर हस्ताक्षर किए हैं।
बता दें कि टेमासेक बेन कैपिटल और ब्लैकस्टोन सहित कई निजी इक्विटी (पीई) फर्मों में से एक थी, जिसने हल्दीराम स्नैक्स फूड्स के प्रमोटरों, अग्रवाल परिवार को गैर-सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की थी। सूत्रों के मुताबिक यह एक प्री-आईपीओ डील है और इससे वैल्यूएशन बेंचमार्क स्थापित होने की उम्मीद है। हालांकि, टेमासेक के एक प्रवक्ता ने बाजार की अटकलों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इसके अलावा अग्रवाल परिवार ने ईमेल से पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।
क्या है कंपनी का प्लान
इस निवेश से हल्दीराम को अपनी विस्तार योजनाओं के वित्तपोषण, घरेलू और कुछ विदेशी बाजारों में विस्तार को तेज करने में मदद मिलेगी। इसके बाद हल्दीराम स्नैक्स फूड के प्रमोटर कंपनी का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने पर भी विचार कर सकते हैं। बता दें कि हल्दीराम स्नैक्स फूड हल्दीराम परिवार के दो हिस्सों – दिल्ली और नागपुर का ज्वाइंट वेंचर है। राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण ने दोनों हिस्सों के विलय की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है, जबकि अन्य नियामकीय मंजूरियों का इंतजार है। हल्दीराम के प्रमोटर अग्रवाल परिवार भारत में तीन अलग-अलग इकाइयां संचालित करता है। इसमें दिल्ली, नागपुर और कोलकाता परिवार संस्थापक के हल्दीराम ब्रांड के तहत अलग-अलग व्यवसाय चलाते हैं।
235 करोड़ रुपये का निवेश
पिछले साल नवंबर में कोलकाता स्थित हल्दीराम भुजियावाला ने अल्पमत हिस्सेदारी भारत वैल्यू फंड (बीवीएफ) को बेच दी, जिसने कंपनी में 235 करोड़ रुपये का निवेश किया। हल्दीराम भुजियावाला अपने उत्पादों को “प्रभुजी” ब्रांड के तहत बेचता है। वित्त वर्ष 2023 में हल्दीराम स्नैक्स ने 6,375 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया। वहीं, वित्त वर्ष 2022 में यह 5,195 करोड़ रुपये था। FY23 में इसका नेट प्रॉफिट 74 प्रतिशत बढ़कर 593 करोड़ रुपये हो गया।