जयपुर:केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज राजस्थान के गंगापुरसिटी आएंगे। चुनाव से पहले अमित शाह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी का पूर्वी राजस्थान से सूपड़ा साफ हो गया था। यह इलाका कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। ऐसे में चर्चा है कि अमित शाह प्रदेश स्तरीय किसान सहकारिता सम्मेलन के जरिए सियासी समीकरण साधेंगे। सवाई माधोपुर और करौली पूर्वी राजस्थान के अहम जिले माने जाते हैं। अमित शाह अपने दौरे किसानों के लुभाने का प्रयास करेंगे। वहीं कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने की नसीहत भी दे सकते हैं।
बता दें यह इलाका बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीना के प्रभाव वाला माना जाता है। लेकिन किरोड़ी लाल अपने समर्थकों के टिकट के लिए लाॅबिंग कर कर रहे हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि अपने दौरे के दौरा बीजेपी के विभिन्न गुटों को साधना अमित शाह के लिए चुनौती रहेगी। ऐसा नहीं है कि अमित शाह के इस राजस्थान दौरे में चुनौती नहीं है। वसुंधरा राजे की नाराजगी दूर करना सबसे बड़ी चुनौती है। कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाना भी बड़ी चुनौती माना जा रहा है।
वसुंधरा राजे के कार्यक्रम में शामिल होने पर संशय
राजस्थान बीजेपी विभिन्न धड़ों में बंटी हुई है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे अमित शाह के कार्यक्रम में शामिल होंगी या नहीं। सियासी जानकारों का कहना है कि जिस तरह से पार्टी नेतृत्व वसुंधरा राजे की अनदेखी कर रहा है। इससे वसुंधरा समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं। वसुंधरा राजे पार्टी अहम कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए है। 2 सितंबर को बीजेपी की राजस्थान में परिवर्तन यात्रा का आगाज हो रहा है, लेकिन वसुंधरा राजे को बड़ी जम्मेदारी नहीं दी गई है। चारों दिशाओं से रैली का शुभारंभ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे के परिवर्तन यात्रा में शामिल होने पर संशय बना हुआ है।
कांग्रेस विधायक रामकेश मीना करेंगे विरोध
आगामी 26 अगस्त को गंगापुरसिटी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के प्रस्तावित दौरे को लेकर गंगापुर सिटी में मुख्यमंत्री सलाहकार एवं विधायक रामकेश मीना ने प्रेसवार्ता की है। विधायक रामकेश मीना का कहना है कि केंद्र सरकार ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करें नहीं तो अमित शाह की रैली व सभा का घेराव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) की योजना तत्कालीन भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के समय वर्ष 2016 में बनाई गई थी। जिसे सीडब्ल्यूसी व अन्य अधिकृत संस्थानों द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
कार्यक्रम स्थल पर बनाए 3 डोम
कार्यक्रम स्थल पर शाह की सभा के लिए तीन डोम बनाए गए हैं। साथ ही कुछ ही दूरी पर हेलीपैड भी बनाया गया है। शनिवार को सभा स्थल पर मंच के अलावा बैठक व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया। मौके पर मौजूद अधिकारी कार्मिकों को तैयारी के संबंध में दिशा निर्देश देते दिखाई दिए। कार्यक्रम में आने वाले लोगों के लिए भी अलग से बैठक व्यवस्था के साथ-साथ पानी और भोजन की व्यवस्था के प्रबंध किए है।