डेस्क:केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि अगर भारत ने रूस से तेल नहीं खरीदा होता, तो इसकी कीमत और तेजी से बढ़ जाती। उन्होंने कहा कि ऐसा कर भारत ने दुनिया पर उपकार किया है। साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि जो भी भारत को अच्छा रेट देगा, उससे ही खरीदी की जाएगी। यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के चलते रूस को कई देशों से प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा था।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने बताया है कि रूस के तेल पर प्रतिबंध नहीं लगे थे। उन्होंने कहा, ‘रूसी तेल खरीदकर भारत ने पूरी दुनिया पर उपकार किया है, क्योंकि अगर हम ऐसा नहीं करते, तो वैश्विक कीमत 200 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ जाती। रूस के तेल पर कभी प्रतिबंध नहीं था, सिर्फ प्राइस कैप थी। इसका भारतीय कंपनियों ने पालन किया है।’
उन्होंने लिखा, ‘हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कुछ अधूरी जानकारी वालों ने भारत पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात कर दी थी। कई अन्य यूरोपीय, एशियाई देशों ने भारी मात्रा में अरबों डॉलर का कच्चा तेल, डीजल, एलएनजी और दुर्लभ खनिजों की खरीदी की है।’ उन्होंने लिखा, ‘जो भी हमारी तेल कंपनियों को सबसे अच्छा रेट देगा, हम उससे एनर्जी खरीदना जारी रखेंगे।’
पुरी ने पेट्रोल पंप पर पहुंचने वाले भारतीयों का जिक्र किया और उन्हें प्राथमिकता बताया है। उन्होंने लिखा, ‘यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व का विश्वास है। हमें अपने 7 करोड़ नागरिकों के लिए उपलब्धता और स्थिरता सुनिश्चित करने की जरूरत है, जो हर रोज पेट्रोल पंप पर पहुंचते हैं। यह हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘भारत एकमात्र सबसे बड़े उपभोक्ता है, जहां दूसरे देशों में अभूतपूर्व वैश्विक कीमत बढ़ने के बाद तेल की कीमत 3 साल में भारी कमी आई है।’ खास बात है कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता, जो 80 प्रतिशत जरूरतों के लिए विदेश से खरीदी करने पर निर्भर है।