चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने मंगलवार को बताया कि संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे। हरियाणा निर्वाचन आयोग ने केंद्र को 225 सुरक्षा कंपनियों की डिमांड भेजी है, जिसमें 70 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। बाकी मतदान से पहले पहुंचने की संभावना है। वहीं चुनाव के दौरान शराब व नशीले पदार्थों की तस्करी पर एजेंसियां और पर्यवेक्षक निगरानी रखेंगे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कहा कि 70 कंपनियों ने मोर्चा संभाल लिया है। यह कंपनियां विधानसभाओं में मार्च पास्ट निकाल रही हैं। इसके साथ ही उन गांवों का भी दौरा कर रही हैं, जो ज्यादा संवेदनशील हैं। 27 अगस्त को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। हालांकि 2 सितंबर तक कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वा सकता है।
पांच सितंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी
उन्होंने बताया कि पांच सितंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, जो 12 सितंबर तक चलेगी। 13 सितंबर को नामांकन पत्रों की छंटनी होगी। 16 सितंबर तक नाम वापस लेने का समय तय किया गया है। इसी दिन प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह अलाट किए जाएंगे। पहली अक्टूबर को मतदान होगा और चार अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी। पंकज अग्रवाल ने बताया कि प्रत्याशी को उस पर दर्ज मामलों की जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। इसके साथ ही प्रत्याशी चुनाव प्रचार के दौरान 40 लाख रुपये खर्च कर सकेगा। इसका पूरा हिसाब जिला निर्वाचन अधिकारी को देना होगा। प्रदेश में 90 विधानसभाओं में 17 विस आरक्षित हैं जबकि 73 विस सामान्य वर्ग के लिए हैं।
EVM और VVPAT की फर्स्ट लेवल चेकिंगमुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि जिला स्तर पर ईवीएम, वीवीपैट और बेल्ट पेपर की फर्स्ट लेवल चेकिंग की जा चुकी है। प्रदेश में 20 हजार 629 मतदान केंद्र हैं, जिनकी 10 हजार लोकेशन चिन्हित की गई हैं। प्रत्येक बूथ पर 980 मतदाता वोट डालेंगे। फिलहाल आयोग के पास 25 हजार 788 ईवीएम, 41 हजार 334 बेल्ट पेपर और 27 हजार 141 वीवीपैट हैं। उन्होंने बताया कि यदि चुनाव के दौरान किसी ईवीएम में तकनीकी खराबी आती है तो उसे तुरंत बदला जाएगा। यही नही सेक्टर सुपरवाइजर से लेकर चुनावी ड्यूटी देने वाले कर्मियों की गाड़ी जीपीएस लोकेटिड होगी, ताकि तुरंत मूवमेंट की जा सके।