डेस्क:आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच हरियाणा में गठबंधन पर बात नहीं बनी है। कई दिनों की अगर-मगर के बाद आम आदमी पार्टी ने अब 20 उम्मीदवार उतार दिए हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब वह अकेले ही उतरेगी। यही नहीं चर्चा है कि आम आदमी पार्टी राज्य की 50 सीटों पर कैंडिडेट उतार सकती है। पिछले दिनों कांग्रेस की चुनाव समिति की मीटिंग थी, जिसमें राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को सुझाव दिया था कि आम आदमी पार्टी को गठबंधन में लिया जा सकता है। इसके बाद दोनों दलों की ओर से इस पर बातचीत शुरू हुई थी। लेकिन आम आदमी पार्टी ने बड़ी मांग रखते हुए 20 सीटों की मांग रख दी थी।
इस पर कांग्रेस राजी नहीं हुई तो आम आदमी पार्टी 10 सीटों पर समझौते की मांग कर रही थी। फिर कांग्रेस ने उसे 3 से 4 सीटें लेने का ऑफर दिया या फिर अलग राह पर ही जाने की बात कही। अब अंत में आम आदमी पार्टी ने अलग ही रास्ता अख्तियार कर लिया। आप सूत्रों के मुताबिक पार्टी कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत जैसे जिलों में कुछ सीटें चाहती थी। AAP को लग रहा था कि दिल्ली से लगते इलाकों और कुरुक्षेत्र में उसे फायदा हो सकता है। लोकसभा चुनाव 2024 में भी कांग्रेस के साथ हरियाणा में आम आदमी पार्टी का गठबंधन हुआ था।
तब आम आदमी पार्टी ने कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से सुशील गुप्ता को चुनाव में उतारा था, लेकिन उन्हें भाजपा के नवीन जिंदल के मुकाबले हार झेलनी पड़ी।