कोलकाता:पश्चिम बंगाल के मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने मंगलवार को अपनी इस टिप्पणी से विवाद खड़ा कर दिया कि उत्तर 24 परगना में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हालिया हमला ‘‘जनाक्रोश का विस्फोट’’ है। राज्य के कृषि मंत्री चट्टोपाध्याय ने यह भी दावा किया कि ऐसे हमले देश के अन्य हिस्सों में भी होंगे जहां जांच एजेंसियां छापेमारी करती हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमने राज्य में एक स्थान पर जनाक्रोश का विस्फोट देखा… भविष्य में भारत में अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटनाएं होंगी।’’
राज्य की राशन प्रणाली में कथित अनियमितताओं के संबंध में संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के आवास पर पांच जनवरी को छापेमारी के लिए गई ईडी की टीम पर शेख के सैकड़ों समर्थकों ने हमला कर दिया था जिसमें उसके तीन अधिकारी घायल हो गए थे।
चट्टोपाध्याय ने यह भी दावा किया कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने केंद्र में वर्तमान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले शासन में कई करोड़ रुपये के घोटालों का खुलासा किया है ‘‘लेकिन पार्टी सिर्फ गैर-भाजपा शासित राज्यों में ही जांच एजेंसियां भेजती है’’।
मंत्री के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों को बचाने के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार को तुरंत सत्ता से उखाड़ फेंकना चाहिए। एक अन्य स्थानीय भाजपा नेता ने केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ टिप्पणी के लिए चट्टोपाध्याय की गिरफ्तारी की मांग की। वाम मोर्चा नेता सुजॉन चक्रवर्ती ने कहा कि चट्टोपाध्याय इस तरह के बयानों से राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।