इधर विजय नगर थाना पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मामले का खुलासा होने की बात कही है। पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर गौरव शर्मा कैंसर के देसी इलाज को लेकर शोध कर रहे थे और इसी सिलसिले में संभवत इंदौर के होटल में रुके हुए थे। बीती रात जब उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उन्हें निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया। यहां पहुंचने तक उनकी हालत बिगड़ चुकी थी और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
मथुरा से इंदौर आई डॉक्टर बृज गौरव शर्मा की भाभी कमल शर्मा का कहना है कि डॉक्टर बृज गौरव शर्मा को वह बचपन से जानती हैं। जब उनका विवाह हुआ था तब गौरव शर्मा की उम्र तकरीबन ढाई वर्ष होगी। वो बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थे और घर के सबसे छोटे बेटे होने से वह लाडले भी थे। इतनी कम उम्र में इतने सारे शोध करने से पूरा परिवार गौरवान्वित था लेकिन अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई और उन्होंने अपनी मां से कहा कि उन्हें ठीक नहीं लग रहा है। जिसके बाद उन्हें बेचैनी होने लगी और उनके साथी उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। फिलहाल अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है कि ताकि यह पता चल सके कि आखिर उनकी मौत का कारण क्या था?
गौरतलब है कि डॉक्टर बृज गौरव शर्मा मूल तौर पर मथुरा के निवासी थे और हैदराबाद में पत्नी और बच्चों के साथ फिलहाल रह रहे थे। उन्होंने नोएडा की एक कंपनी ज्वाइन कर ली थी जिसके चलते वो नोएडा आते-जाते रहते थे लेकिन परिवार हैदराबाद में रहता था। वही माता-पिता मथुरा में ही निवासरत हैं। परिजनों के मुताबिक, उन्हें किसी भी तरह की कोई चिंता या परेशानी नहीं थी। अचानक उनकी मौत अब परिजनों के लिए भी सवाल बन चुका है। फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है।