लखनऊ। स्वाति मालीवाल के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अभी तक चुप्पी नहीं तोड़ी है। गुरुवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ लखनऊ में जब वह मीडिया से बात करने आए तो स्वाति मालीवाल और बिभव कुमार से जुड़े सवालों की बौछार कर दी गई। हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। पहले अखिलेश यादव ने सवालों को टालने की भरसक कोशिश की और फिर संजय सिंह ने माइक संभालते हुए पलटकर भाजपा से सावल पूछे। उन्होंने मणिपुर से लेकर प्रज्वल रेवन्ना तक का मुद्दा उठा दिया।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन है। INDIA गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी के मुखिया दोनों दलों के प्रति अपने समर्थन को जाहिर करने के लिए लखनऊ पहुंचे। बुधवार रात जब वह लखनऊ पहुंचे तो उनके साथ बिभव कुमार भी दिखे जिन पर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी का आरोप हैं। तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया।
केजरीवाल सुबह सपा कार्यालय पहुंचे और अखिलेश यादव के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि भाजपा को यदि जीत मिली तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल रिटायर हो जाएंगे और अमित शाह को पीएम बना देंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा को 400 सीटें मिलीं तो एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। केजरीवाल के बाद अखिलेश यादव ने भी अपनी बात रखी।
जैसे ही दोनों नेताओं ने अपनी बात खत्म की। स्वाति मालीवाल और बिभव कुमार से जुड़े सवालों की बौछार हो गई। कमरे में मौजूद सभी पत्रकारों ने एक ही सवाल पूछना शुरू कर दिया। उस समय माइक अखिलेश के सामने थी तो उन्होंने सवालों को टालने का भरसक प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी की सगी नहीं है। लेकिन सवाल नहीं थमे तो संजय सिंह ने मोर्चा संभाला और भाजपा पर बरसने लगे। उन्होंने स्वाति मालीवाल का नाम तो लिया लेकिन यह पूछा कि जब वह महिला पहलवानों के समर्थन में धरना देने पहुंची तो पुलिस ने घसीटकर हटा दिया था।
क्या दिया संजय सिंह ने जवाब
संजय सिंह ने कहा, ‘पूरा देश हतप्रभ है दुखी है कि मणिपुर के अंदर एक कारगिल योद्धा की पत्नी को निर्वस्त्र करके घुमाया गया, सैकड़ों महिलाओं के साथ दरिंदगी हुई। भारत के प्रधानमंत्री खामोश रहे। हजारों महिलाओं के साथ प्रज्वल रेवन्ना ने दरिंदगी की, पीएम मोदी कहते हैं उसे वोट देना। पहलवान बेटियां जब जंतर मंतर पर न्याय मांगने के लिए लड़ रहीं थीं तो यही स्वाति मालीवाल जो महिला आयोग की अध्यक्ष थीं, रात के समय उनके समर्थन में गईं तो पुलिस ने घसीटकर मारा। हमने देखा हाथरस के मामले में प्रधानमंत्री चुप रहे। आम आदमी पार्टी हमारा परिवार है। पार्टी ने अपना रुख साफ कर दिया है। इस पर राजनीति ना हो।’