मुंबई:राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक से उनके विभाग को वापस लेने का फैसला किया है। पार्टी के एक सीनियर नेता ने यह जानकारी दी। हालांकि, नवाब मलिक कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा नहीं देंगे। एनसीपी ने मलिक से इस्तीफा नहीं देने को कहने का भी निर्णय लिया है।
दूसरी ओर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने मलिक के इस्तीफे की मांग की है। राज्य सरकार में मलिक के पास कौशल विकास और अल्पसंख्यक मामलों का विभाग था। वह परभणी और गोंदिया जिले के पालक (गार्डियन) मंत्री भी हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कौशल विकास विभाग स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे को दिया जाएगा और अल्पसंख्यक मामलों के विभाग का जिम्मा आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड को सौंपा जाएगा। सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे को परभणी जिले का प्रभार दिया गया है।
इसके अलावा बिजली राज्यमंत्री प्रजाक्त तानपुरे गोंदिया जिले के नए पालक मंत्री होंगे। महाराष्ट्र राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष और जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मलिक के विभागों के वितरण का प्रस्ताव मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजा जाएगा जो उसे राजभवन भेजेंगे।