डेस्क:फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि जोमैटो ने एक साल के भीतर ही करीब 600 कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इन लोगों को पिछले साल लॉन्च किए गए जोमैटो एसोसिएट एक्सेलेरेटर प्रोग्राम के तहत काम पर रखा गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, जोमैटो ने नौकरी में कटौती का कदम ऐसे समय उठाया है जब फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी अपने मुख्य खाद्य वितरण व्यवसाय में वृद्धि में मंदी और अपनी सहायक कंपनी ब्लिंकिट में बढ़ते घाटे का सामना कर रही है। हालांकि, जोमैटो ने अभी तक इसपर कोई टिप्पणी जारी नहीं की है।
ग्राहक सेवा कार्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते इस्तेमाल के कारण भी ऐसा हो रहा है। इस छंटनी का असर कंपनी के गुरुग्राम और हैदराबाद ऑफिस के कर्मचारियों पर पड़ा है। बिजनेस स्टैंडर्ड से बात करने वाले एक पूर्व कर्मचारी ने कहा, “नौकरी से निकाले जाने की उम्मीद नहीं थी। हमारे साथ (जिन अन्य कर्मचारियों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है) जो व्यवहार हुआ, वह अनुचित था। कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘मुझे अभी भी स्पष्ट रूप से नहीं पता कि मुझे क्यों निकाला गया, मेरे लिए इसे समझना मुश्किल है।’
बता दें कि जोमैटो ने कथित तौर पर अपने ZAAP कार्यक्रम के तहत लगभग 1,500 कर्मचारियों को काम पर रखा था। शुरुआत में ग्राहक सहायता भूमिकाओं के लिए नियुक्त किए गए इन कर्मचारियों को बेहतर भूमिकाओं में स्थानांतरित करने की उम्मीद थी। हालांकि, उनके कार्यकाल के अंत में, कंपनी ने इनमें से कई कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू नहीं किया।