डेस्क:ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाली कंपनी- जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने 20 लाख रुपये का भुगतान करने वाले दो लोगों को चीफ ऑफ स्टाफ के तौर पर नियुक्त किया है। दीपिंदर गोयल ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि हमारे साथ काम करने के लिए किसी ने कोई पैसा नहीं दिया।
बता दें कि जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर चीफ ऑफ स्टाफ पोस्ट के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने इस भूमिका के लिए कैंडिडेट्स को ₹20 लाख का भुगतान करने के लिए कहा था। इस पोस्ट को लेकर कारोबारी जगत से अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया आई थी।
18 लोगों की हुई भर्ती
अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जोमैटो की नियुक्ति पर एक अपडेट साझा करते हुए कहा कि दीपिंदर गोयल ने कहा कि कंपनी ने शीर्ष पदों के लिए 18 लोगों की भर्ती की है, जिनमें से दो चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में कार्यरत हैं। गोयल ने कहा-जो 18 लोग पहले ही हमसे जुड़ चुके हैं, उनमें से 4 सीधे मेरे साथ काम करते हैं और उनमें से 2 चीफ ऑफ स्टाफ की भूमिका में हैं।
नवंबर में दिया था ऑफर
जोमैटो नवंबर में ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ के पद के लिए असामान्य मापदंड रखने के लिए बाद विवादों में आ गई थी। सीईओ ने इस पद पर नियुक्ति के लिए संभावित उम्मीदवारों से पहले वर्ष 20 लाख रुपये का भुगतान करने को कहा था, जिसे गैर-लाभकारी ‘फीडिंग इंडिया’ को दान देने की बात कही गई थी। साथ ही कंपनी ने उम्मीदवार की पसंद के किसी संगठन को 50 लाख रुपये दान देने की भी पेशकश की थी। गोयल ने दावा किया था कि यह भूमिका किसी शीर्ष प्रबंधन स्कूल से प्राप्त 2-वर्षीय डिग्री की तुलना में 10 गुना अधिक सीखने का अवसर प्रदान करेगी और इसमें मेरे तथा उपभोक्ता प्रौद्योगिकी के कुछ सबसे बुद्धिमान लोगों के साथ काम करना का अवसर भी मिलेगा।