बेंगलुरु: वैश्विक अर्थव्यवस्था के नाम पर हमने अन्य देशों को अपने देश में अनुचित लाभ प्राप्त करने की अनुमति दी, इसे रोकना होगा: एस जयशंकर
शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित 8वें इंडिया आइडिया कॉन्क्लेव में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वर्चुअल मुख्य भाषण दिया। इस वर्ष, इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित कॉन्क्लेव का विषय था ‘ब्रांड भारत का निर्माण’।
जयशंकर ने कहा, “वैश्वीकरण के नाम पर हमने अपने मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र को खोखला कर दिया। पिछले 30 वर्षों से छोटे और मध्यम उद्योग (SMEs) अनुचित प्रतिस्पर्धा और सब्सिडी वाले उत्पादों के कारण परेशान हैं। अगर हम उनकी सुरक्षा नहीं कर सकते, तो वे प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘ब्रांड भारत’ के तहत यह सब अलग तरीके से किया जा रहा है। ‘मेक इन इंडिया’ अब केवल एक आकांक्षा नहीं, बल्कि एक मजबूत प्रयास बन गया है।
जयशंकर ने सेमीकंडक्टर उद्योग का उदाहरण देते हुए कहा, “आज हम समझते हैं कि सेमीकंडक्टर भारत जैसे देश के लिए निर्णायक साबित होगा। यही वह जगह है जहां भारत कठिन लेकिन जरूरी फैसले ले रहा है।”
FDI पर सख्त नजरिया
विदेश मंत्री ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के संदर्भ में भी सरकार ने विवेकपूर्ण दृष्टिकोण अपनाया है।
उन्होंने कहा, “हर एफडीआई वार्ता में हम लंबा और गहराई से विचार करते हैं। हम इसके सामाजिक ताने-बाने, रोजगार पर प्रभाव और राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ने वाले असर को लेकर बेहद चिंतित रहते हैं। जब तक ये सभी चिंताएं दूर नहीं होतीं, मोदी सरकार कभी भी एफडीआई समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेगी। यही पिछली नीतियों से अलग है।”
मध्य पूर्व में ‘ब्रांड भारत’ की सफलता
जयशंकर ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने किसी क्षेत्र में ‘ब्रांड भारत’ को वास्तव में मजबूत किया है, तो वह है मध्य पूर्व।
उन्होंने परंपरागत धारणा को खारिज करते हुए कहा कि अगर कोई देश इजरायल के साथ अच्छे संबंध रखता है, तो वह क्षेत्र के अन्य देशों का समर्थन खो देगा। “पिछले 10 वर्षों में भारत ने इस मिथक को तोड़ दिया है। आज, ‘ब्रांड भारत’ एक महत्वाकांक्षी ब्रांड के रूप में देखा जाता है। हम बस बहाव के साथ चलने वालों में नहीं हैं, बल्कि कठिन फैसले लेते हैं, संसाधन लगाते हैं और समकालीन दुनिया से जुड़े रहते हैं। यही हमारी अलग पहचान बनाता है।”
इंडिया आइडिया कॉन्क्लेव 24 नवंबर को समाप्त होगा।