डेस्क:दुनिया की जानी-मानी ऊर्जा कंपनी BP अपने दशकों पुराने और वैश्विक स्तर पर मशहूर Castrol लुब्रिकेंट्स बिजनेस को बेचने की योजना बना रही है। इस खबर ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हलचल मचा दी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और सऊदी अरामको जैसी दिग्गज कंपनियों ने इस डील में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। खास बात यह है कि दोनों कंपनियों की नजर भारत जैसे तेज़ी से उभरते बाजारों में Castrol की मजबूत उपस्थिति पर है।
बड़े-बड़े खिलाड़ी खरीदने को तैयार
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस डील के लिए रिलायंस और अरामको के अलावा अमेरिका की अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट और लोन स्टार फंड्स भी बोली लगाने की तैयारी कर चुके हैं। ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट और स्टोनपीक पार्टनर्स जैसे निवेशकों को भी BP ने आमंत्रित किया है। ऐसी अटकलें हैं कि कुछ निवेशक मिलकर भी संयुक्त रूप से बोली लगा सकते हैं।
10 अरब डॉलर की डील संभव
विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह सौदा 8 से 10 अरब डॉलर यानी लगभग 66,000 से 83,000 करोड़ रुपये में पूरा हो सकता है। इस बड़े सौदे के लिए अंतरराष्ट्रीय बैंकर लगभग 4 अरब डॉलर (करीब 33,000 करोड़ रुपये) तक का कर्ज मुहैया कराने की योजना बना रहे हैं, जो विभिन्न विदेशी मुद्राओं में दिया जाएगा। यह इस वर्ष की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय डील्स में से एक हो सकती है।
BP क्यों बेच रही है Castrol?
BP इस बिक्री को अपनी रणनीतिक समीक्षा का हिस्सा बता रही है। कंपनी पर हाल ही में सक्रिय निवेशक समूह एलियट इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट का दबाव बढ़ा है, जो अब BP के प्रमुख शेयरधारकों में शामिल है। एलियट चाहता है कि BP तेज़ और निर्णायक कदम उठाए। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की गिरती कीमतें भी BP की परिसंपत्तियों की बिक्री को तर्कसंगत बना रही हैं।
क्या है Castrol की खासियत?
Castrol मुख्यतः ऑटोमोबाइल और इंडस्ट्रियल इंजनों के लिए इंजन ऑयल और ग्रीस बनाती है। कंपनी अब AI आधारित डेटा सेंटर्स के लिए लिक्विड कूलिंग टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रही है। भारत जैसे विकासशील बाजारों में इसकी मजबूत मौजूदगी रिलायंस और अरामको को खासा आकर्षित कर रही है।
इस सौदे पर अब सबकी नजरें टिकी हैं, क्योंकि इसके जरिए न केवल Castrol की किस्मत बदल सकती है, बल्कि भारतीय बाजार में लुब्रिकेंट उद्योग की दिशा भी तय हो सकती है।