चंडीगढ़:पंजाब विधानसभा चुनाव में हार को लेकर रविवार को कांग्रेस पार्टी की समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान नेताओं पार्टी के पार्षदों के प्रदर्शन को लेकर गंभीरता से चर्चा की गई। कई नेताओं ने कुछ पार्षदों के खिलाफ आपत्ति जताई, जो शायद आम आदमी पार्टी के लिए काम कर रहे थे। इसके अलावा उनके काम में मेहनत जुझारूपन की कमी भी मंथन किया गया।
बैठक में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच दूरियों जैसे कई मुद्दे प्रमुखता से उठाए गए। कांग्रेस भवन में आयोजित इस मीटिंग में सांसद संतोख चौधरी, विधायक परगट सिंह और बावा हेनरी, पूर्व विधायक सुशील रिंकू और राजेंद्र बैरी, जालंधर मेयर जगदीश राजा, पार्षद और डीसीसी (शहरी) अध्यक्ष बलराज ठाकुर और 12 पार्षद भी मौजूद थे।
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि विधायक रिंकू और बैरी ने पार्टी के खिलाफ काम करने वाले पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनके सुझाव के आधार पर पार्षदों के नाम लिखित में मांगे गए हैं। बैरी ने कहा, ‘कुछ पार्षद पार्टी के लिए काम नहीं कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी, तो उनके नाम पार्टी को दिए जाएंगे।’ रिंकू ने बताया, ‘हम पूरे हालात का आकलन कर रहे हैं। हम नाम नहीं ले सकते, लेकिन पार्टी को लिखेंगे।’
सिद्धू की अलग बैठकें जारी
इधर, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी पार्टी नेताओं के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। हाल में ही में उन्होंने सुल्तानपुर लोधी में एक मीटिंग की थी, जिसमें 20 से ज्यादा नेता शामिल हुए थे। अब खबर है कि वे जल्द ही दो और बैठकें करने जा रहे हैं। एक ओर जहां कांग्रेस ने 117 में से 18 सीटें जीतकर प्रदेश की सत्ता गंवाई। वहीं, सिद्धू को भी हार का मुंह देखना पड़ा था।