वाशिंगटन: भारतीय-अमेरिकी काश पटेल ने गुरुवार को सीनेट न्यायिक समिति के समक्ष कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से नस्लभेद का सामना करना पड़ा है।
“दुर्भाग्यवश, सीनेटर, हां। मैं इस विषय पर ज्यादा नहीं कहना चाहता क्योंकि मेरे परिवार के सदस्य यहां मौजूद हैं,” 44 वर्षीय पटेल ने एफबीआई निदेशक पद के लिए अपने पुष्टि सुनवाई के दौरान कहा।
अगर उनका नामांकन पुष्टि होता है, तो वे एफबीआई निदेशक बनने वाले पहले हिंदू और भारतीय-अमेरिकी होंगे। सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने पटेल से पूछा कि क्या उन्हें कभी नस्लभेद का सामना करना पड़ा है, जिसके जवाब में उन्होंने अपने अनुभव साझा किए।
उन्होंने कहा, “अगर आप 6 जनवरी के रिकॉर्ड को देखें, जहां मैंने उस समिति के समक्ष गवाही दी थी, तो मेरा व्यक्तिगत डेटा कांग्रेस द्वारा सार्वजनिक कर दिया गया था। इसके कारण मुझे जान से मारने की गंभीर धमकी मिली थी। मुझे अपने घर को छोड़कर जाना पड़ा था।”
पटेल ने आगे बताया, “मुझे ‘घृणित सैंड निगर’ कहा गया, जिसे इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुझे कहा गया कि मैं वहां जाऊं जहां से आया हूं और अपने आतंकवादी दोस्तों के साथ रहूं। यह सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा है, लेकिन यह उन खतरों के मुकाबले कुछ भी नहीं जो कानून प्रवर्तन अधिकारियों को हर दिन झेलने पड़ते हैं।”
इस दौरान उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य भी कैपिटल हिल में उपस्थित थे।
पटेल ने कहा, “मैं आज यहां अपने माता-पिता के समर्थन, उनकी सीख और प्रेम के कारण हूं। जब राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझे एफबीआई निदेशक पद के लिए नामित करने का निर्णय लिया, तो मैं गहराई से सम्मानित महसूस कर रहा था।”
उन्होंने अपने पिता के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उनके पिता को युगांडा के तानाशाह ईदी अमीन के शासनकाल में 3 लाख लोगों की हत्या के दौरान देश छोड़ना पड़ा था। उनकी मां मूल रूप से तंजानिया से हैं और उन्होंने भारत में पढ़ाई की थी। बाद में वे कनाडा होते हुए न्यूयॉर्क पहुंचे।
सीनेटर थॉम टिलिस ने कहा कि पटेल की न्याय के प्रति प्रतिबद्धता और विशेषज्ञता उन्हें एफबीआई निदेशक के रूप में एक उत्कृष्ट उम्मीदवार बनाती है। उन्होंने कहा कि पटेल के माता-पिता भारतीय प्रवासी हैं और गुजरात से हैं।
सीनेटर चक ग्रासली ने कहा कि पटेल का करियर ईमानदारी से देश की सेवा करने का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पटेल पर लगाए गए आरोप निराधार हैं और वे हमेशा पारदर्शिता और निष्पक्षता के पक्षधर रहे हैं।
पटेल ने सांसदों को आश्वासन दिया कि यदि उन्हें एफबीआई निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाता है, तो उनका प्राथमिक उद्देश्य समुदायों की सुरक्षा और बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करना होगा।