नई दिल्ली:दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस इलाके में आधिकारिक सरकारी बंगले के निर्माण में कथित अनियमितता बरतने को लेकर सीपीडब्ल्यूडी के तीन इंजीनियरों को निलंबित कर दिया गया है।
एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि तीनों इंजीनियर, जो पहले दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के तहत काम करते थे, उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस में 6, फ्लैगस्टाफ रोड पर मुख्यमंत्री केजरीवाल के आधिकारिक आवास के निर्माण कार्य से जुड़े थे।
अधिकारी ने कहा कि तीनों के निलंबन आदेश 5 अगस्त को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी किए गए थे। इसी मंत्रालय के तहत केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) आता है। इन इंजीनियरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही लंबित है। अधिकारी ने कहा कि सीपीडब्ल्यूडी के एडीजी (सिविल), मुख्य अभियंता और अधीक्षक अभियंता को केजरीवाल के आवास के निर्माण में कथित अनियमितताओं में उनकी भूमिका के लिए निलंबित कर दिया गया है।
कुछ समय पहले तक दोनों इंजीनियर गुवाहाटी में जबकि एक खड़गपुर में तैनात थे। अधिकारी ने कहा कि ये इंजीनियर तब दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी में तैनात थे और सीएम के बंगले के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। वे कुछ अन्य लोगों के साथ अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार थे। इन अनियमितताओं में नियमों का उल्लंघन और बेहतर संशोधनों के नाम पर बड़े पैमाने पर लागत में वृद्धि शामिल थी।
दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय के अनुसार, अधिकारियों को जून 2023 में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। निदेशालय ने पाया कि अधिकारी कथित तौर पर देरी की रणनीति अपना रहे थे। उन्होंने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन कोई राहत पाने में असफल रहे।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल के इस सरकारी बंगले को लेकर भाजपा ने काफी हल्ला मचाया था। भाजपा ने तब कहा था कि किसी भी सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं लेने का लोगों से वादा करने वाले मुख्यमंत्री ने अपने लिए शीश महल बनवाया है।