जमशेदपुर। जमशेदपुर में मंगलवार को इंडिया गठबंधन की रैली में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र सरकार पर झारखंड के विकास के लिए काम नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने झारखंड के आदिवासियों और मजदूरों का अपमान किया। चंपाई सोरेन ने कहा कि पीएम मोदी ने जो भी वादे किए थे सब जुमला निकला। हालांकि, भाषण के शुरुआत में एक बार उनकी जुबान इस तरह फंसी कि खुद भी हंस पड़े।
रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी पत्नी सुनीता के साथ शामिल हुए। भाषण की शुरुआत में जब चंपाई सोरेन केजरीवाल और उनकी पत्नी को संबोधित करने लगे तो उपनाम पर उनकी जुबान फंस गई। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री को अरविंद ‘केजरीजाल’ कह बैठे। इसके बाद जब उनकी पत्नी का नाम लिया तो सुनीता चौधरी कह डाला। पास में खड़े प्रत्याशी समीर मोहंती ने उन्हें टोका तो चंपाई ने अपनी गलती सुधारनी चाही, लेकिन इस बार वह सुनीता अग्रवाल कह बैठे।’ तीसरी गलती का अहसास होने पर चंपाई खुद भी हंस पड़े।
हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री बने चंपाई सोरेन ने कहा कि भाजपा निजीकरण, ठेकेदारी प्रथा और आउटसोर्सिंग को बढ़ा रही है। यदि भाजपा की जीत हुई तो किसी को अस्थायी नौकरी नहीं मिलेगी। भाजपा संविधान को बदलना चाहती है। पूरे देश में तानाशाही की जा रही है, कोई लोकतंत्र नहीं है। लोकतंत्र को बचाना है। हमारे पूर्वजों ने लंबाई लड़ी है। चंपाई ने कहा कि केजरीवाल जैसे ईमानदार नेता को बेवजह गिरफ्तार कर लिया गया। वह संघर्ष के बल पर कुछ दिन के लिए निकले हैं। केंद्रीय एजेंसी किसके इशारे पर काम कर रही है। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स किसके इशारे पर काम कर रहे हैं। जब कोई भ्रष्टाचारी उनके पास जाता है तो दूध का धुला हो जाता है। जब किसी का भ्रष्टाचार पकड़ा गया है, भाजपा में जाकर साफ हो गया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने झामुमो को खत्म करने और उनकी सरकार गिराने के लिए उन्हें जेल भेजा। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि सोरेन के खिलाफ किसी भी अदालत का आदेश नहीं था, किसी अदालत ने दोषी करार नहीं दिया था फिर भी जेल में डाल दिया, यह तो गुंडागर्दी है, किसी को भी जेल में डाल देंगे। कल को चंपाई सोरेन को भी जेल में डाल देंगे। हेमंत सोरेन आदिवासी समाज के सबसे बड़े नेता हैं। पूरे देश में एक ही आदिवासी मुख्यमंत्री है। उनके पिता शिबू सोरेन ने झारखंड की स्थापना के लिए बहुत संघर्ष किया था। क्या यह दिन देखने के लिए किया था कि एक दिन मेरे बेटे को जेल में डाल देंगे।