नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने घटना में मारे गए और घायल लोगों की सही संख्या को सार्वजनिक करने और लापता व्यक्तियों की पहचान सुनिश्चित करने की मांग की।
खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा,
“हम मांग करते हैं कि मृतकों और घायलों की संख्या जल्द से जल्द घोषित की जाए और लापता लोगों की पहचान सुनिश्चित की जाए।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जाए और पीड़ित परिवारों को हरसंभव समर्थन दिया जाए।
“हम मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। घायलों को तुरंत चिकित्सा उपचार मिलना चाहिए।”
केंद्र पर जानकारी छिपाने का आरोप
खड़गे ने केंद्र सरकार पर इस भयावह घटना की सच्चाई छिपाने का आरोप लगाते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा,
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कई लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। स्टेशन से आ रहे वीडियो दिल दहलाने वाले हैं। नरेंद्र मोदी सरकार का इस घटना से जुड़े तथ्यों को छिपाने का प्रयास बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने की बेहतर प्रबंधों की मांग
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए भीड़ प्रबंधन में लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा,
“नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ की घटना बेहद दुखद है। कुंभ के आयोजन को देखते हुए स्टेशन पर बेहतर प्रबंध किए जाने चाहिए थे। लगभग दर्जनभर लोग घायल हुए हैं। किसी तरह, घायलों को पार्सल गाड़ी पर ले जाकर अस्पताल पहुंचाया गया। उम्मीद है कि सभी यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे।”
15 लोगों की मौत, कई घायल
शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के कारण करीब 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि इतनी ही संख्या में लोग घायल हो गए।
रेलवे डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, घटना तब हुई जब प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी और बड़ी संख्या में यात्री वहां जमा हो गए। वहीं, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस की देरी के कारण प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर भी भीड़ बढ़ गई।
डीसीपी रेलवे केपीएस मल्होत्रा ने कहा,
“हमने भीड़ की संभावना को पहले ही देखा था, लेकिन यह सब कुछ पलक झपकते ही हुआ, जिससे यह स्थिति बनी। रेलवे द्वारा घटना की जांच की जाएगी, और इसके बाद ही वास्तविक कारणों का पता चलेगा।”
टिकटों की भारी बिक्री से बिगड़ा हाल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 1,500 जनरल टिकटों की बिक्री हुई थी, जिससे प्लेटफॉर्म नंबर 14 और प्लेटफॉर्म नंबर 1 के एस्केलेटर के पास भारी भीड़ जमा हो गई।
रेलवे मंत्रालय ने की उच्च स्तरीय जांच की घोषणा
रेलवे मंत्रालय ने इस “दुर्भाग्यपूर्ण घटना” को लेकर एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।