शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को हुआ था। इस साल शनि जयंती 30 मई को है। ज्योतिष शास्त्र में शनि जयंती का विशेष महत्व होता है। इस साल शनि जयंती पर सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। यह दिन शनि दोष से पीड़ित जातकों के लिए बेहद खास माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन किए गए उपायों का फल दोगुना मिलता है। इस साल शनि जयंती तीन राशि वालों के लिए शुभ रहेगी-
सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण-
शनि जयंती के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 13 मिनट से शुरू होकर 31 मई को सुबह 05 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। शनि जयंती पर शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए इस मुहूर्त में पूजा-पाठ करना लाभकारी माना जाता है। इसके अलावा शनिदेव अपनी स्वराशि कुंभ में रहेंगे, ऐसा संयोग करीब 30 साल बाद बन रहा है।
मेष- शनि जयंती आपके लिए शुभ साबित हो सकती है। क्योंकि शनिदेव ने आपकी राशि के 11वें भाव में गोचर किया है। जिसे लाभ व आय का स्थान कहा जाता है। इस दौरान आपको नौकरी व व्यापार में लाभ हो सकता है। धन आगमन के मार्ग खुलेंगे। करियर में तरक्की मिल सकती है। नौकरी के नए प्रस्ताव आ सकते हैं।
वृषभ– वृषभ राशि वालों के लिए शनि जयंती लाभकारी साबित हो सकती है। शनिदेव ने आपकी राशि के दशम भाव में गोचर किया है। जिसे कार्यक्षेत्र व नौकरी का भाव कहा जाता है। करियर में सफलता मिलेगी। इस समय आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे।
धनु- शनि जयंती आप लोगों के लिए खास रहने वाली है। धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। तरक्की के मार्ग खुलेंगे आपके साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। आपको कार्यस्थल पर मान-सम्मान मिल सकता है। किसी पुराने रोग से मुक्ति मिलेगी। इस दौरान आपको कोई लंबित कार्य पूरा हो सकता है। भाई-बहन का पूरा सहयोग मिलेगा।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।