वॉशिंगटन:अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक विवादास्पद प्रस्ताव रखते हुए कहा कि यदि कनाडा उनकी महत्वाकांक्षी मिसाइल रक्षा प्रणाली “गोल्डन डोम” में शामिल होना चाहता है, तो उसे या तो अमेरिका का 51वां राज्य बनना होगा — जिससे उसे यह सुविधा नि:शुल्क मिलेगी — अथवा उसे 61 अरब डॉलर की भारी कीमत चुकानी होगी।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“मैंने कनाडा से कहा, जो हमारी शानदार ‘गोल्डन डोम सिस्टम’ का हिस्सा बनना चाहता है, कि यदि वह एक अलग लेकिन असमान राष्ट्र बना रहता है, तो उसे 61 अरब डॉलर खर्च करने होंगे। लेकिन अगर वह हमारा प्रिय 51वां राज्य बन जाता है, तो उसे एक भी डॉलर नहीं देना पड़ेगा। वे इस प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं!”
हालांकि, कनाडा की ओर से ट्रंप के इस बयान पर तत्काल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
डोनाल्ड ट्रंप ने इस बहुचर्चित ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल रक्षा प्रणाली की घोषणा पिछले सप्ताह की थी, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 175 अरब डॉलर बताई गई है और जिसे वे अपने कार्यकाल के अंत यानी 2029 तक चालू करने का दावा कर रहे हैं।
ट्रंप के अनुसार, कनाडा इस प्रणाली में शामिल होने की इच्छा जता चुका है। कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि इस विषय पर अमेरिका के साथ “उच्च स्तरीय वार्ता” हुई है। लेकिन उन्होंने वॉशिंगटन यात्रा के दौरान यह स्पष्ट कर दिया था कि कनाडा अपनी संप्रभुता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा।
कार्नी ने कहा था,
“कनाडा कभी भी बिक्री के लिए नहीं रहा है।”
उल्लेखनीय है कि अमेरिका और कनाडा दोनों नाटो सदस्य हैं और NORAD (North American Aerospace Defense Command) के माध्यम से महाद्वीपीय रक्षा में लंबे समय से सहयोगी हैं।
हालांकि, ट्रंप का यह बयान दो देशों के बीच पहले से ही मौजूद तनाव को और बढ़ा सकता है। विशेष रूप से तब, जब अमेरिका द्वारा कनाडा पर लगाए गए टैरिफ को लेकर हाल ही में दोनों नेताओं के बीच मतभेद उभरे थे। हालांकि, वॉशिंगटन में हुई पिछली मुलाकात में दोनों पक्षों ने इन व्यापारिक मतभेदों को कुछ हद तक सुलझाने की कोशिश की थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि ‘गोल्डन डोम’ योजना न केवल तकनीकी बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी कई बड़ी चुनौतियों से घिरी है, और ट्रंप द्वारा बताई गई लागत वास्तविकता में कहीं अधिक हो सकती है।