डेस्क:डोनाल्ड ट्रंप के आते ही अमेरिकी सरकार ने अपने पुराने तेवरों को दिखाना शुरू कर दिया है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने बड़ा दावा किया कि कोरोना महामारी नैचुरल नहीं लैब से निकला था। ट्रंप पहले कार्यकाल में भी कोरोना वायरस को ‘चीनी वायरस’ कहकर शी जिनपिंग सरकार पर हमला बोलते रहे हैं। अमेरिका का नया दावा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि लॉकडाउन, आर्थिक संकट और लाखों मौतों के लिए जिम्मेदार इस वायरस की उत्पत्ति का प्रश्न वैश्विक स्तर पर बड़ा सवाल बना हुआ है। चीन ने अमेरिकी रिपोर्ट को राजनीति से प्रेरित बताया है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) ने अपने नवीनतम आकलन में कहा है कि COVID-19 वायरस एक प्रयोगशाला से उत्पन्न हुआ है, न कि प्रकृति से। हालांकि एजेंसी ने इन दावों पर कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया। रिपोर्ट को बाइडेन प्रशासन और पूर्व सीआईए निदेशक विलियम बर्न्स के आग्रह पर तैयार किया गया था। इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नियुक्त सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ के कहने पर शनिवार को सार्वजनिक किया गया।
सीआईए का मानना है कि कोरोना वायरस के प्रयोगशाला से उत्पत्ति की संभावना प्राकृतिक नहीं हो सकती, जबकि इसे जानबूझकर लैब में तैयार किया गया। COVID-19 की उत्पत्ति को लेकर पहले की रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया था कि वायरस चीन की किसी प्रयोगशाला से गलती से फैला या प्राकृतिक रूप से उभरा। खुफिया अधिकारियों का कहना है कि चीनी अधिकारियों के सहयोग की कमी के कारण इन सवालों का जवाब कभी पूरी तरह से नहीं मिल सकेगा।
इस नए निष्कर्ष पर किसी नई खुफिया जानकारी के आधार पर नहीं, बल्कि वायरस के प्रसार, उसके वैज्ञानिक गुणों और चीन की वायरोलॉजी प्रयोगशालाओं की स्थिति और नए विश्लेषण के माध्यम से निकाल गया है। दरअसल, कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा प्रकोप अमेरिका में फैलाया। यहां लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई। यहां गंभी स्थिति में प्रति दिन 2000 लोगों ने अपनी जान गंवाई। ट्रंप ने भी पिछले कार्यकाल में कोरोना वायरस को लेकर चीन पर जमकर निशाना साधा था। सार्वजनिक तौर पर उन्होंने कई बार कोरोना वायरस को ‘चीनी वायरस’ कहा है। अब एक बार फिर ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका और चीन में तनातनी का नया दौर देखने को मिल सकता है।
चीनी अधिकारियों ने COVID-19 की उत्पत्ति के बारे में अटकलों को “अवैज्ञानिक और राजनीति से प्रेरित” बताया है। शनिवार को अमेरिका में चीन के दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंगयू ने सीआईए की रिपोर्ट को “विश्वसनीयता से रहित” करार दिया। उन्होंने कहा, “हम वायरस के स्रोत के राजनीतिकरण और बदनाम करने का दृढ़ता से विरोध करते हैं और एक बार फिर सभी से आग्रह करते हैं कि वे विज्ञान का सम्मान करें और साजिश सिद्धांतों से दूर रहें।”