जयपुर:राजस्थान में बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीना ने एक बार फिर गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी सांसद का कहना है कि करौली ज़िले में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था बिगड़ गई है। मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है। गैंग रेप कर हत्या के मामले में दोषियों को बचाया जा रहा है। इन सभी मामलों को लेकर बीजेपी सांसद ने स्थानीय लोगों के साथ कूच किया। लेकिन प्रशासन ने रोक दिया। सांसद का कहना है कि अगर सरकार ने मांगे नहीं मानी तो दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग को जाम किया जाएगा। बीजेपी सांसद का आरोप है कि सरकार कानून व्यवस्थान की दुरुस्त नहीं कर पा रही है। किरोड़ी लाल अपने समर्थकों के साथ रवान हुए, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। किरोड़ी लाल ने पुलिस को अल्टीमेटम दिया है।
करौली जिले के नादौती में एक युवक के अपहरण के मामले में किरोड़ी लाल के नेतृत्व में लोगों ने कूच किया। लेकिन पुलिस ने रोक दिया। लोगों ने पुलिस बैरिकेट्स तोड़ दिए। पुलिस की समझाइश विफल रही है। राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीना ने आज हजारों महिला पुरषों के साथ नादौती उपखंड मुख्यालय से श्री महावीर जी रेलवे ट्रैक की और कूच कर दिया। सांसद मीना ने कहा कि जिला प्रशासन की मनमानी नहीं चलेगी, अन्याय नहीं चलेगा।
करौली में अपराधियों और पुलिस की सांठगांठ की बानगी देखिये सामुहिक दुष्कर्म कर हत्या के आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई, पीड़िता का परिवार न्याय के लिए दर दर भटक रहा है। चोरी, डकैती लूटपाट हत्या तस्करी क्या नहीं हो रहा करौली में और जिला प्रशासन तमाशा देख रहा है, स्थानीय नेताओं के दबाव में अपराधियों पर कार्यवाही नहीं कर रहा है।
जानकारों का कहना है कि किरोड़ी लाल के निशाने पर पंचायती मंत्री रमेश मीना है। हालांकि, किरोड़ी लाल ने रमेश मीना का नाम नहीं लिया।
राजस्थान की राजनीति में दोनों नेताओं की पुरानी अदावत है। करौली की सपोटरा तहसील से रमेश मीना ने विधानसभा चुनाव 2018 में किरोड़ी की पत्नी गोलमा देवी को चुनावी शिकस्त दी थी। किरोड़ी लाल कानून व्यवस्था को आधार बनाकर रमेश मीना को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 में है। ऐसे में किरोड़ी लाल अदद मुद्दों की तलाश में है। बता दें, किरोड़ी लाल विभिन्न मुद्दों पर गहलोत सरकार को पहले भी घेर चुके है। रीट भर्ती परीक्षा हो या फिर पेपर लीक मामला। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं। ऐसे में किरोड़ी लाल ने एक बार फिर कानून व्यवस्था का मुद्दा बनाकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।