मुंबई: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री करिश्मा कपूर आज फिल्म इंडस्ट्री का एक जाना-माना नाम हैं। 90 के दशक में उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया और अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता। हालांकि, फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद करिश्मा के लिए बॉलीवुड में कदम रखना आसान नहीं था।
कपूर खानदान की पारंपरिक सोच के अनुसार, घर की बेटियों और बहुओं को फिल्मों में काम करने की इजाज़त नहीं थी। इसके बावजूद करिश्मा ने साहसिक फैसला लिया और इस परंपरा को तोड़ते हुए अभिनय की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा से इंडस्ट्री में खुद को साबित किया।
लेकिन करिश्मा के इस सफर में कई चुनौतियाँ भी आईं। कहा जाता है कि जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में फिल्म प्रेम कैदी में स्विमसूट पहना, तो उनके चाचा और दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर इस पर नाराज़ हो गए थे।
करिश्मा कपूर ने दिया था स्पष्ट जवाब
इस मुद्दे पर करिश्मा कपूर ने एक इंटरव्यू में खुलकर बात की थी। स्टारडस्ट को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि जब उनसे पूछा गया कि क्या ऋषि कपूर को उनके स्विमसूट पहनने पर ऐतराज़ था, तो उन्होंने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा:
“जब दर्शकों ने मेरी फिल्म ‘प्रेम कैदी’ देखी और थिएटर से बाहर निकले, तो किसी को भी मेरा स्विमिंग कॉस्ट्यूम याद नहीं रहा। सब लोग सिर्फ मेरी एक्टिंग की बात कर रहे थे।”
उन्होंने आगे कहा:
“मेरे लिए सबसे ज़्यादा मायने यह रखता है कि मेरे माता-पिता क्या सोचते हैं। अगर उन्हें कोई आपत्ति नहीं थी, तो फिर किसी और को क्यों होनी चाहिए? क्या लोग चाहते थे कि मैं साड़ी पहनकर पूल में कूदूं? ये कितनी बेवकूफी भरी बात होती।”
करिश्मा ने यह भी जोड़ा:
“और वैसे भी, स्विमसूट पहनने में क्या बुराई है? क्या बाकी किशोर लड़कियां इसे नहीं पहनतीं?”
बेबाक अंदाज़ और आत्मविश्वास से बनाई पहचान
करिश्मा कपूर का यह स्पष्ट और आत्मविश्वास से भरा रवैया ही उन्हें खास बनाता है। उन्होंने न केवल अपनी एक्टिंग से लाखों दिल जीते, बल्कि समाज की रूढ़ियों को भी चुनौती दी। कपूर खानदान की परंपराओं के बावजूद उन्होंने फिल्मों में काम किया और यह साबित कर दिया कि सच्चा टैलेंट किसी सीमा का मोहताज नहीं होता।