पुंच:जम्मू-कश्मीर के पुंच और बारामुला इलाके में मंगलवार की सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।जानकारी के अनुसार, ये भूकंप सुबह करीब 6.45 बजे आया। तेज झटकों से लोगों की नींद खुल गई। लोग घर से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर आ गए। फिलहाल भूकंप से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। भूकंप के झटके बारामूला, पुंछ और श्रीनगर के आसपास महसूस हुए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.9 दर्ज की गई।
कब आता है भूकंप?
धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है। जब भी ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं वहां भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है। भूकंप तब आता है जब इन प्लेट्स एक दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं और एक दूसरे से रगड़ खाती हैं। फ्रिक्शन के कारण धरती डोलने लगती है। कई बार धरती फट भी जाती है। वहीं कई बार हफ्तों तो कई बार कई महीनों तक ये ऊर्जा रह-रहकर बाहर निकलती है और भूकंप आते रहते हैं। इन्हें आफ्टरशॉक भी कहते हैं।
कितनी तबाही लाता है भूकंप?
रिक्टर स्केल असर 0 से 1.9 सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। 2 से 2.9 हल्का कंपन। 3 से 3.9 कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर। 4 से 4.9 खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं। 5 से 5.9 फर्नीचर हिल सकता है। 6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है। 7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं। 8 से 8.9 इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं। 9 और उससे ज्यादा पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी आ सकती है।