कई रत्नों को सोने की अंगूठी या चेन में जड़वाकर धारण किया जाता है। सोने का संबंध गुरु ग्रह से माना जाता है। इस धातु से बनी अंगूठी या आभूषण धारण करने से शारीरिक लाभ तो मिलता ही है साथ ही सुख-समृद्धि भी बढ़ती है। सोना धारण करने के भी कुछ नियम हैं। रत्न शास्त्र के अनुसार, सोने को सही विधि व शुद्धिकरण के बाद धारण करने से लाभ मिलता है। आइए जानते हैं सोना धारण करने पर किन खास बातों का ख्याल रखना चाहिए-
सोना पहनने से पहले जान लें ये 10 जरूरी बातें
- सोना हर किसी को सूट नहीं करता है। इसलिए सोना धारण करने से पहले किसी ज्योतिषाचार्य या कुंडली एक्सपर्ट से सलाह लें। ध्यान रखें कुंडली में ग्रहों की स्थिति की जांच-परख कर सोना धारण करना चाहिए।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार, गुरुवार, बुधवार व शुक्रवार के दिन सोना धारण करना शुभ माना गया है।
- सोना अबूझ मुहूर्त जैसे अक्षय तृतीया के दिन भी धारण कर सकते हैं।
- सोना धारण करने से पहले शुद्धिकरण करें। सोने को कुछ देर के लिए गंगाजल व गाय के कच्चे दूध के मिश्रण में भिगोकर रख दें। फिर इसे साफ कर विष्णु भगवान के चरणों में रख दें। पूजा-पाठ करने के बाद इसे धारण करें।
- एकाग्रता में वृद्धि के लिए सोने की अंगूठी को तर्जनी उंगली में धारण करें।
- संतान की कामना के लिए अनामिका अंगुली में सोना धारण करना चाहिए।
- पेट व मोटापे से जुड़ी समस्याएं होने पर सोना धारण करने से बचना चाहिए।
- सोने के आभूषण ज्यादातर कमर के ऊपरी हिस्से में धारण किए जाते हैं।
- सोना दाए हाथ में धारण करना शुभ माना गया है।
- कोयला, लोहा व शनि से संबंधित व्यवसाय करने पर सोना धारण करने से बचना चाहिए।