डेस्क:बीते कुछ साल में छोटे-बड़े स्टार्टअप्स या यूनिकॉन ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिए शेयर बाजार में एंट्री ली है। वहीं, कुछ कंपनियां आईपीओ लॉन्च करने की योजना बना रही हैं। ऐसी ही एक कंपनी-आईवियर स्टार्टअप लेंसकार्ट है। लेंसकार्ट ने बैंकरों को आगामी आईपीओ के लिए आमंत्रित किया है, जिसका लक्ष्य 750 मिलियन डॉलर से 1 बिलियन डॉलर के बीच जुटाना है। कंपनी 7-8 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य बना रही है। वहीं, वित्तीय वर्ष 2026 के अंत तक सूचीबद्ध होने की योजना है।
कई बार फंड जुटा चुकी कंपनी
लेंसकार्ट पहले ही फिडेलिटी मैनेजमेंट एंड रिसर्च कंपनी और टेमासेक से 200 मिलियन डॉलर जुटा चुकी है, जिससे 5 बिलियन डॉलर का मूल्यांकन हासिल हुआ है। पिछले 18 महीनों में केकेआर और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के निवेश से साल 2022-23 में चुनौतीपूर्ण वित्तीय माहौल के बावजूद इसने 1 बिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की। बता दें कि जेप्टो, फिजिक्सवाला, रेबेल फूड्स और ओयो सहित कई ऐसी कंपनियां हैं जो आईपीओ लाने की तैयारी कर रही हैं। इनमें से कुछ कंपनियों ने पिछले साल बड़े पैमाने पर फंड जुटाए थे।
लेंसकार्ट का आक्रामक रुख
लेंसकार्ट आक्रामक रूप से भारतीय बाजारों में अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रही है और पूरे एशिया में अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन को बढ़ा रही है। हाल ही में लेंसकार्ट ने रणनीतिक अधिग्रहण भी किया है। इसके तहत, एआई-आधारित कंप्यूटर विजन स्टार्टअप टैंगो आई और पेरिस स्थित आईवियर ब्रांड ले पेटिट लुनेटियर में हिस्सेदारी शामिल है।
15 साल पुरानी कंपनी
साल 2010 में वजूद में आई लेंसकार्ट ने कुल 1.08 बिलियन डॉलर जुटाए हैं और अब 2,500 से अधिक स्टोर संचालित कर रही है। इनमें से 2,000 स्टोर भारत में स्थित हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) में लेंसकार्ट का राजस्व 40 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में इसकी वृद्धि को दोगुना कर देता है। कंपनी ने FY24 में 5,427 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया।