नई दिल्ली : लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) से पहले फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के नियमों में संशोधन का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद, डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने 14 मार्च को ये संशोधन किया था। DPIIT के प्रोविजन्स को लागू करने के लिए FEMA नोटिफिकेशन जरूरी थी।
अब LIC में 20% तक FDI किया जा सकेगा। FDI की मैक्सिमम लिमिट 20% इसलिए रखी गई है, क्योंकि मौजूदा नियमों के तहत सरकारी बैंकों में फॉरेन इन्वेस्टमेंट की अधिकतम सीमा भी 20% ही है। सरकार IPO के जरिए LIC में अपनी हिस्सेदारी कम करने की योजना बना रही है। LIC ने फरवरी में IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था। अब जल्द ही RHP दाखिल किया जा सकता है।
सरकार के पास 12 मई तक का समय
फेमा नियमों में किए संशोधन के नोटिफिकेशन से पता चलता है कि लंबे समय से अटका LIC का IPO जल्द ही आ सकता है। सरकार के पास सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास अप्रूवल के लिए नए पेपर दाखिल किए बिना IPO लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का टाइम है। अगर 12 मई तक IPO लॉन्च नहीं हो पाता है तो सरकार को फिर से DHRP दाखिल करना होगा।
सरकार 5% हिस्सेदारी बेच सकती है
सरकार का प्लान मार्च 2022 तक IPO लॉन्च करने का था, लेकिन रूस-यूक्रेन जंग के कारण बाजार के सेंटीमेंट निगेटिव हो गए और सरकार वेट एंड वॉच मोड में चली गई। अब जब दोबारा मार्केट सुधरा और सेंटीमेंट पॉजिटिव हुए तो सरकार IPO लाने की तैयारी में फिर से जुट गई है। सरकार LIC में लगभग 31.6 करोड़ या 5% शेयर बेचकर 65,000 करोड़ रुपए जुटा सकती है।
सबसे बड़ा IPO होगा
LIC का इश्यू भारतीय शेयर बाजार में अबतक का सबसे बड़ा IPO होगा। लिस्ट होने के बाद LIC का मार्केट वैल्युएशन आरआईएल (RIL) और टीसीएस (TCS) जैसी टॉप कंपनियों के बराबर होगा। इसके पहले Paytm का इश्सू सबसे बड़ा था और कंपनी ने पिछले साल आईपीओ से 18,300 करोड़ रुपए जुटाए थे।