डेस्क: कांग्रेस पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई व पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पार्टी नेतृत्व, विशेषकर राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा पर की गई विवादित और अपमानजनक टिप्पणियों के चलते की गई है।
पार्टी ने लक्ष्मण सिंह के बयानों को अस्वीकार्य और गंभीर अनुशासनहीनता बताया है। पार्टी का कहना है कि इन टिप्पणियों ने कांग्रेस की छवि और गरिमा को गहरी ठेस पहुंचाई है। अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति (DAC) के सदस्य सचिव तारिक अनवर द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि सिंह को पार्टी की तरफ से 10 दिनों के भीतर लिखित जवाब देने का आदेश दिया गया है।
क्या कहा था लक्ष्मण सिंह ने?
25 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित शोक सभा में लक्ष्मण सिंह ने कहा था,
“राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा भोले हैं। देश उनकी अपरिपक्वता के परिणाम भुगत रहा है।”
इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी निशाना साधा और कहा कि,
“उन्हें आतंकवादियों के साथ मिलीभगत करने से इंकार नहीं किया जा सकता।”
किसने की शिकायत?
लक्ष्मण सिंह के इन बयानों की शिकायत मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और एआईसीसी महासचिव व प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने की। उनका कहना है कि सिंह द्वारा सार्वजनिक मंचों से की जा रही ये टिप्पणियाँ पार्टी के अनुशासन और मूल्यों के खिलाफ हैं।
पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि लक्ष्मण सिंह पूर्व में भारतीय जनता पार्टी में भी रह चुके हैं और फिलहाल कांग्रेस में सक्रिय हैं। वह पूर्व लोकसभा सांसद और विधायक भी रह चुके हैं। पार्टी अब उनके जवाब का इंतजार कर रही है, जिसके बाद अगली कार्रवाई तय की जाएगी।