अहमदाबाद:गुजरात में वड़ोदरा जिले के वाघोडिया विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक धर्मेंद्रसिंह वाघेला ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। पिछले दो महीनों में ऐसा करने वाले वह तीसरे विधायक बन गए हैं। वह जल्द होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले अपने समर्थकों के साथ दोबारा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। वाघेला ने कहा कि उनके फैसले का मकसद देश में ‘राम राज्य’ कायम करने के प्रयासों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का समर्थन करना है।
वाघेला ने गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद आज गांधीनगर में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, “मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता से चर्चा करने के बाद यह फैसला लिया है। मैंने इस्तीफा दे दिया है क्योंकि मैं देश में राम राज्य स्थापित करने के कोशिश में प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के हाथों को मजबूत करना चाहता हूं।”
उन्होंने जल्द ही एक बार फिर से भाजपा में जाने की अपनी योजना के बारे में संकेत दिए। वाघेला ने यह भी साफ करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल की ओर से उन्हें किसी खास और बड़े पद का वादा नहीं किया गया।
वाघेला से पहले पिछले साल दिसंबर महीने में विसावदर सीट से ‘आप’ विधायक भूपेंद्र भयानी और विजापुर सीट से कांग्रेस विधायक सीजे चावड़ा ने भी इस्तीफा दे दिया था। अप्रैल में लोकसभा चुनाव होने की संभावना है।
पूर्व में भाजपा से जुड़े रहे वाघेला ने 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद बगावत का बिगुल बजाते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उन्होंने भाजपा के अश्विन पटेल को 14,000 से अधिक वोटों से हराकर बड़ी जीत हासिल की थी।
वाघेला और दो अन्य उम्मीदवारों धवलसिंह जाला और मावजीभाई देसाई को पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, चुनाव के बाद तीनों ने प्रधानमंत्री मोदी के जन-समर्थक कार्यों के चलते भाजपा सरकार को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 में से 156 सीटें हासिल कर बड़ी जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा ने राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटों पर भगवा लहराने का ऐलान किया है।