मुंबई:2008 मालेगांव ब्लास्ट केस में गुरुवार को कोर्ट की सुनवाई के दौरान एक अन्य गवाह अपने बयान पलट गया। उसने आरोपियों को पहचानने से ही इनकार कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार ब्लास्ट केस में एक अन्य गवाह ने अदालत में मौजूद और ब्लास्ट के आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित को छोड़कर किसी को पहचानने से इनकार कर दिया।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, मालेगांव ब्लास्ट केस में बयान से मुकरने वाले लोगों में यह 19वां गवाह हैं। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 25 मार्च सुनिश्चित की है। गुरुवार को कोर्ट की सुनवाई के दौरान गवाह ने पेशी के दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित को छोड़कर किसी अन्य को पहचानने से इनकार कर दिया। पुरोहित ब्लास्ट केस में एक आरोपी है।
क्या था मालेगांव ब्लास्ट केस
29 सितंबर 2008 की रात करीब 9 बजकर 35 मिनट पर मालेगांव में शकील गुड्स ट्रांसपोर्ट कंपनी के सामने एक बम धमाका हुआ था। यह धमाका एक मोटरसाइकिल में हुआ था। इस धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 101 लोग घायल हुए थे। धमाके के अगले दिन मालेगांव के आजाद नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ था। यह मामला आतंकवाद से जुड़ा हुआ था, इसलिए तत्कालीन महाराष्ट्र सरकार के आदेश के बाद महाराष्ट्र एटीएस को जांच सौंपी गई।
21 अक्टूबर 2008 को एफआईआर में यूएपीए और मकोका की धारा जोड़ी गई। जांच के दौरान 20 जनवरी 2009 को एटीएस ने पहली चार्जशीट दायर की थी, जिसमें 11 लोगों को गिरफ्तार और तीन लोगों को फरार दिखाया गया था।