कोलकाता:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी एकता की वकालत कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने देश के कई विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक भी की है। हाल ही में उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृलमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी से भी चर्चा की थी। सूत्रों का कहना है कि विपक्षी दलों के नेताओं के साथ हुई बैठक में नीतीश कुमार ने हर सीट पर साझा उम्मीदवार उतारने का फॉर्मूला दिया है। इस बीच ममता बनर्जी ने भी यही बात कही है।
ममता बनर्जी ने कहा है कि विपक्षी दलों को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी 543 सीटों पर साझा उम्मीदवार उतारकर एकजुट होकर भाजपा से लड़ना चाहिए। ममता ने कहा कि प्रत्येक पार्टी को अपने-अपने गढ़ में लड़ना चाहिए, जहां उसे सभी विपक्षी दलों का भी समर्थन मिले।
आपको यह भी बता दें कि हाल के दिनों में गोवा, गुजरात, हिमाचल और कुछ अन्य राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। यहां कांग्रेस भाजपा के साथ आमने-सामने की लड़ाई लड़ रही थी।
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को शमशेरगंज में कहा, “मैं सभी विपक्षी दलों से लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह करूंगी। हमें बीजेपी को हराने के लिए एक-दूसरे से लड़ने की जरूरत है। उन क्षेत्रों से लड़ें जहां आपका मजबूत आधार है।”
ममता बनर्जी ने हाल ही में कोलकाता में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की थी। उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विपक्षी दलों की एक बैठक का प्रस्ताव दिया था। नीतीश कुमार ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ भी बैठक की थी। वह इसी एडेंडे पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी मुलाकात करने वाले हैं।
ममता बनर्जी ने कहा, “बीजेपी ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों को भेजती है। भाजपा नेता अधिकारियों से फर्जी मामले बनाने और उन्हें बदनाम करने के लिए कहते हैं। बीजेपी को इस तरह से देश को बदनाम नहीं करना चाहिए।”