कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (13 फरवरी) को 2024 में भाजपा को हराने के अपने आह्वान को फिर दोहराया। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को अराजकता को खत्म करने के लिए ‘लोगों की सरकार’ लाने का प्रयास करना चाहिए। बंगाल में हिंसा और भ्रष्टाचार पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की हालिया टिप्पणी ममता बनर्जी ने बंगाल विधानसभा में यह बयान दिया।
बंगाल में अन्य राज्यों के मुकाबले कानून व्यवस्था बेहतर:
ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि बंगाल में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहतर है। इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य के सीमावर्ती इलाकों में बीएसएफ ने आतंक फैलाया हुआ है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा, “सीमावर्ती इलाकों में निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। केंद्र इन हत्याओं की जांच के लिए जांच कमेटी को भेजने की जहमत तक नहीं उठाता।”
इसके अलावा ममता बनर्जी ने वैलेंटाइन डे पर गाय को गले लगाने की केंद्र की अधिसूचना, जिसे बाद में वापस ले लिया गया, पर तंज कसते हुए कहा कि अगर गाय किसी इंसान को मारती है तो क्या होगा। उन्होंने कहा कि अगर गाय हमें टक्कर मार दे तो क्या वो (भाजपा सरकार) मुआवजा देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा इतना नीचे गिर गई है कि उसने एक नोबेल पुरस्कार विजेता (अमर्त्य सेन) का अपमान किया।
बता दें कि बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बोस द्वारा अपना भाषण पूरा करने से रोके जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को सदन से वाकआउट कर दिया। दरअसल सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अधिकारी ने राज्यपाल के अभिभाषण की आलोचना करते हुए अपना संबोधन शुरू किया।
हालांकि, अध्यक्ष ने उनसे सदन के पटल पर इस तरह के आरोप नहीं लगाने को कहा। भाजपा विधायक दल ने इसके विरोध में अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की और सदन से वाकआउट कर दिया।
वहीं सीएम ममता बनर्जी ने सदन में कहा, ‘‘अध्यक्ष पर आरोप लगाने के लिए शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश करने का मेरा अधिकार सुरक्षित है।’’