रत्न शास्त्र में विभिन्न रत्नों का विस्तृत वर्णन मिलता है, जिनके माध्यम से ग्रहों की स्थिति को संतुलित और सुदृढ़ किया जा सकता है। यदि कोई रत्न व्यक्ति की कुंडली के अनुरूप हो, तो यह उसके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और शुभ फल प्रदान करता है। इसलिए रत्न धारण करने से पहले कुंडली का विश्लेषण कर विशेषज्ञ से परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक होता है।
हर रत्न को धारण करने की अपनी एक विशेष विधि होती है। इन्हें धारण करने से पूर्व शुद्धिकरण भी करना अनिवार्य माना जाता है। मंगलवार का दिन विशेष रूप से मंगल ग्रह से संबंधित होता है, अतः इस दिन मंगल से जुड़े रत्न को धारण करना शुभ फलदायी माना जाता है।
मंगलवार को कौन-सा रत्न धारण करें?
मंगलवार के दिन मूंगा (कोरल) रत्न धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह रत्न मंगल ग्रह की स्थिति को मजबूत करता है और उसकी अशुभता को दूर करने में सहायक होता है। मूंगा धारण करने से साहस, आत्मविश्वास और मानसिक दृढ़ता में वृद्धि होती है।
हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि मूंगा हर व्यक्ति के लिए उपयुक्त नहीं होता। अतः इसे धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषाचार्य से परामर्श अवश्य लें। पश्चिमी ज्योतिष के अनुसार भी मंगलवार के दिन लाल या भूरे रंग के रत्न धारण करना लाभकारी माना जाता है।
मूंगा धारण करने की विधि
- मूंगा को तांबे, सोने या चांदी की अंगूठी में जड़वाया जा सकता है।
- इसे धारण करने से पहले गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करें।
- मंगलवार के दिन, सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त में मूंगा को अनामिका अंगुली (रिंग फिंगर) में धारण करना चाहिए।
- 7 से 8 रत्ती का मूंगा रत्न शुभ माना जाता है।
- जिन जातकों की कुंडली में मांगलिक दोष हो, उनके लिए भी मूंगा धारण करना लाभदायक हो सकता है।
डिस्क्लेमर:इस लेख में दी गई जानकारियां प्राचीन मान्यताओं, ज्योतिष और लोकविश्वास पर आधारित हैं। इन पर अमल करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। हम इसकी पूर्ण सत्यता या सटीकता का दावा नहीं करते।