डेस्क:महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के बाद भी स्नान के लिए लोगों का रेला लगातार आ रहा है। माघ के प्रमुख स्नानों जैसी भीड़ अब हर दिन नजर आ रही है। ऐसे में मेला प्रशासन लगातार नए-नए प्लान पर काम कर रहा है। अलग अलग जिलों से मेला क्षेत्र में संबंद्ध किए गए अफसरों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। ज्यादातर अफसरों को 15 फरवरी तक के लिए यहां भेजा गया था। अब यह अफसर 27 फरवरी तक यहां तैनात रहेंगे। इस बाबत प्रमुख सचिव की तरफ से आदेश जारी हो गया है।
शासन की तरफ से मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद 29 जनवरी से 15 फरवरी तक के लिए कानपुर नगर के अपर जिलाधिकारी आशुतोष कुमार दुबे, हरदोई के अपर जिलाधिकारी न्यायिक प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, बस्ती के अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल चौहान और युवा कल्याण निदेशालय में संयुक्त निदेशक अशोक कुमार कन्नौजिया को तैनात किया गया था। अब यह चारों अफसर 27 फरवरी तक यहां तैनात रहेंगे।
महाकुंभ आने का क्रेज किस कदर लोगों पर हावी है, इसका उदाहरण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात भी देखने को मिला है। महाकुंभ आने के लिए यहां भारी भीड़ के कारण भगदड़ मची और 15 लोगों की जान चली गई। नई दिल्ली जैसी स्थिति यूपी के स्टेशनों से लेकर बिहार और झारखंड के स्टेशनों पर देखने को मिल रही है। सड़क मार्ग से भी लगातार लोगों का महाकुंभ में आना जारी है।
सरकार के पूर्वानुमान को पीछे छोड़ते हुए महाकुंभ में अब तक करीब 52 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। इसके बावजूद देश दुनिया से तीर्थराज का रुख करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नजर नहीं आ रही है। स्नान पर्वो को छोड़ दें तो भी हर रोज संगम में एक करोड़ के आसपास श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। प्रयागराज की सड़कों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रात दिन देखी जा रही है।
रेल प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये सैकड़ों स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है। नई दिल्ली से प्रयागराज के लिए स्पेशल वंदेभारत भी चलाई जा रही है। वहीं उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम ने हजारों बसों को तीर्थराज के लिये लगाया है। इसके बावजूद ट्रेनें ठसाठस भरी आ और जा रहीं है। बसों में भी यात्री खड़े होकर सफर कर रहे हैं। प्रयागराज हवाई अड्डे पर रात दिन विमानों के लैंड और टेक ऑफ का सिलसिला बरकरार है। हजारों की संख्या में निजी वाहन प्रयागराज को जोड़ने वाले राजमार्ग पर जाम के हालात पैदा कर रहे हैं। बावजूद इसके श्रद्धालुओं के उत्साह में कहीं कोई कमी नजर नहीं आ रही है।
45 दिन तक चलने वाले महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर अंतिम स्नान पर्व के साथ हो जायेगा। पहले अनुमान जताया जा रहा था कि माघ पूर्णिमा के बाद स्नान करने वालों की संख्या में कमी आयेगी मगर 144 साल बाद पड़ रहे इस महापर्व पर एक बार स्नान की मंशा लिये लोग प्रयागराज की ओर बढ़े चले आ रहे हैं और ऐसे में महाकुंभ के अंतिम दिन तक भीड़ कम होने के कोई आसार नहीं है।
अधिकृत सूत्रों के अनुसार रविवार सुबह दस बजे तक 59 लाख 55 हजार श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके थे जन्हिे मिला कर अब 51 करोड़ 47 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। सरकार ने इससे पहले 45 करोड़ लोगों के प्रयागराज आगमन का अनुमान जताया था।
महाकुंभ पर इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस प्रशासन की भूमिका की चहुंओर सराहना हो रही है हालांकि पुलिस बेरीकेडिंग के कारण श्रद्धालुओं का पैदल सफर लंबा हो रहा है वहीं करोड़ों की संख्या में स्नान के बावजूद संगम के जल की गुणवत्ता बरकरार बनी हुयी है। मेला क्षेत्र में स्वच्छता का भरपूर ध्यान रखा गया है और सफाईकर्मी रात दिन मेहनत कर श्रद्धालुओं के सुगम स्नान को सुलभ बना रहे हैं।