डेस्क:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में माना कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संगम नोज के साथ ही कुछ और स्थानों पर भी प्रेशर प्वाइंट बने थे। अलग अलग क्षेत्रों में भी दिनभर दबाव बनते रहे। इस दबाव में भी 30 से 35 लोग घायल हुए थे। उनमें से 7 लोगों की मौत भी हो गई थी। सीएम योगी ने संगम नोज पर हुए हादसे का पूरा ब्योरा भी दिया और बताया कि क्यों भगदड़ मची थी। दोहराया कि इसमें 30 लोगों की मौत हुई थी। इसमें से एक की पहचान नहीं हो सकी। उनका डीएनए सुरक्षित रख लिया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया था। यह भी बताया कि घायलों में अब भी एक व्यक्ति का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
सीएम योगी ने बताया कि संगम नोज पर घटना के बाद श्रद्धालुजनों की मदद से ही ग्रीन कॉरिडोर बना। एंबुलेंस को आने का रास्ता मिला। एंबुलेंस ने घायलों को पहले अस्पताल पहुंचाया। वहां से घायलों को मेडिकल कॉलेज ले जाने में मदद की। सीएम योगी ने कहा कि हम उस जनदबाव को देखें, जो उस समय वहां रहा होगा। 25 लाख की आबादी वाले शहर में पांच करोड़ की भीड़ के बीच रेस्क्यू करना और इस प्रकार से अलग अलग क्षेत्रों में भी दिनभर दबाव बनते रहे। कुछ लोगों को वहां से निकालना और कुछ लोगों को वहां से निकालना, इससे प्रयागराज में अलग अलग स्थानों पर कुछ प्रेशर प्वाइंट बने। इससे 30-35 लोग अन्य स्थानों पर भी घायल हुए। उन्हें भी अस्पताल पहुंचाया गया। उनमें भी सात लोगों की मौतें हुईं।