मुंबई: अखंड भारत और सनातन संस्कृति की दिव्य पताका राष्ट्रीय स्तर पर लहराने के उद्देश्य से महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द सरस्वती जी महाराज श्रीनगर शंकराचार्य पहाड़ी कश्मीर से अयोध्या तक कल प्रारम्भ होने जा रही राष्ट्र गौरव पदयात्रा में शामिल होंगे। संत श्री नर्मदानंद बाबजी द्वारा आयोजित यात्रा में श्री पंचायती अखाडा महानिर्वाणी के आचार्यश्री विशोकानन्द भारती सहित देश के प्रमुख संत और राष्ट्र भक्त पदयात्रा के शुभारम्भ समारोह में गरिमापूर्ण आतिथ्य एवं मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
इस मौके पर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा, “विगत दिनों मेरी यात्रा संयोजक संत श्री नर्मदानंद बाबजी से भेंट हुई थी। जहां उन्होंने मुझे राष्ट्र गौरव पदयात्रा की अभिनव परिकल्पना की जानकारी देते हुए शुभारम्भ अवसर पर आमंत्रित किया था। आजादी के अमृत महोत्सव एवं कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति और अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर राम मन्दिर निर्माण के पावन अवसर पर आयोजित यात्रा के पुनीत संकल्प को देखकर मैंने इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने की अपनी समहति प्रदान की थी। इसके पूर्व भी मुझे संत श्री नर्मदानंद बाबजी की द्वादश ज्योतिर्लिंग पदयात्रा में शामिल होने का अवसर ओंकारेश्वर में मिला था।”
स्वामीजी ने बताया कि यह यात्रा प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी के लिए गौरवपूर्ण है। इस यात्रा में अखंड भारत और सनातन संस्कृति के प्रतीक भगवा ध्वज,राष्ट्र ध्वज तिरंगा और भारत माता रथ में भगवान श्रीराम का विराजमान होना एक अद्वितीय संयोग होगा। इस यात्रा के माध्यम से देश, धर्म और संस्कृति की दिव्य पताका नई ऊँचाइयों पर लहराएगी। राष्ट्रभक्ति के साथ धर्म और सनातन संस्कृति का गौरव बढ़ाने वाली इस यात्रा के सफल आयोजन के लिए मैं अपनी अग्रिम शुभकामनायें देता हूँ।
इस वर्ष कश्मीर में दूसरी यात्रा |
उल्लेखनीय है इसके पहले केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर से धारा 370 हटाय जाने के बाद इसी वर्ष सबसे पहले जुलाई में महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द सरस्वती जी महाराज ने संतों के साथ तिरंगा पदयात्रा की थी। अब वे फिर से श्रीनगर शंकराचार्य पहाड़ी कश्मीर से अयोध्या तक आज प्रारम्भ होने जा रही राष्ट्र गौरव पदयात्रा में शामिल होंगे।