लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाशिवरात्रि पर महाकुंभ के अंतिम स्नान को लेकर अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जन आस्था का पूरा सम्मान किया जाए, लेकिन इसकी आड़ में अराजकता किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं होगी।
महाकुंभ की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश
सीएम योगी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि महाकुंभ में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की अहम भूमिका होती है, इसलिए उनके मानदेय का भुगतान समय पर हो। इसके अलावा, प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों और रोहिंग्याओं की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
महाशिवरात्रि स्नान पर्व के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश
गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने महाकुंभ प्रशासन को निर्देश दिए कि महाशिवरात्रि स्नान पर्व के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि स्नान घाटों तक श्रद्धालुओं को पैदल न चलना पड़े, इसके लिए बेहतर यातायात प्रबंधन किया जाए। साथ ही जल की गुणवत्ता की नियमित जांच सुनिश्चित की जाए।
सीएम योगी ने शिव मंदिरों की उचित प्रकाश व्यवस्था और मंदिर मार्गों की साफ-सफाई के भी निर्देश दिए।
अवैध लाउडस्पीकरों पर होगी तत्काल कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाशिवरात्रि के अवसर पर वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में 15 से 25 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए पहले से पुख्ता इंतजाम किए जाएं। उन्होंने धर्मस्थलों पर अवैध लाउडस्पीकर बजाने की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन और अवैध टैक्सी स्टैंड हटाने के निर्देश
सीएम योगी ने सभी जिलों में ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन कराने के आदेश दिए। साथ ही पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि पटरी दुकानदारों के कारण सड़कों पर जाम न लगे। अवैध टैक्सी स्टैंडों को तुरंत हटाया जाए।
उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं, इसलिए नकल मुक्त परीक्षा सुनिश्चित की जाए। पूरे प्रदेश में शुचिता बनाए रखते हुए पारदर्शी परीक्षा प्रणाली लागू की जाए।