इंदौर:हिंदुओं की देवी मां काली के पोस्टर को लेकर मचा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। मध्य प्रदेश में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। अब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अब इस पर बड़ा बयान दिया है।
दरअसल कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए आए हुए थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर जमकर हमला बोला और कहा कि सरकार इस पर सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर लोगों की भावनाओं को आहत पहुंचाने का काम करते हैं।
फिल्म ‘काली’ को लेकर महुआ मोइत्रा द्वारा कही गई बातों को शर्मनाक बताते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इससे हमलोगों की श्रद्धा, भावना को चोट पहुंची है। हिन्दू सहिष्ण है इसलिए सहन करता है और माफ भी कर देता है। हमारे यहां क्षमा करना परंपरा है पर यह अक्षम्य अपराध है। जिस पर माफ भी नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर गलती से कोई गलती हो जाती है तो उसे माफ भी किया जा सकता है पर जानबूझ कर गलती करना अपराध की श्रेणी में आता है।
इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि इसे दूसरे धर्मों ईशनिंदा कहा जाता है। तब इसपर भाजपा नेता ने कहा यह उसी श्रेणी का अपराध है। हिंदू सहिष्णु है। हमारे यहां कट्टरवादी तरीका नहीं है। यदि अन्य धर्मों की भांति जिनका नारा है गर्दन अलग कर देंगे…अगर हिंदू धर्म में आ जाये तो क्या होगा?
महुआ ने कही यह बात…
बता दें कि कुछ दिनों पहले एक इवेंट के दौरान महुआ मोइत्रा ने फिल्म ‘काली’ के पोस्टर का समर्थन करते हुए कहा कि काली के कई रूप हैं। मुझे इस पोस्टर को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। कई जगह देवताओं को तो शराब तक चढ़ाई जाती है। अगर आप भूटान और सिक्किम चले जाओ तो वहां सुबह पूजा में भगवान को शराब चढ़ाई जाती है, लेकिन चीज आप उत्तर प्रदेश में किसी को प्रसाद में दे दें तो उसकी भावनाएं आहत हो सकती है। मेरे नजर में देवी काली एक मांस खाने वाली और शराब पीने वाली देवी के रूप में है।
पोस्टर में क्या है…
दरअसल फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म के पोस्टर पर माता काली का जो रूप दिखाया गया है उसपर यह सारा विवाद है। इस पोस्टर में मां काली का वेश में एक महिला के हाथ में सिगरेट है और दूसरे हाथ में समुदाय विशेष का झंडा