डेस्क:इस्लाम का सबसे पवित्र शहर माना जाने वाला शहर मक्का आज बाढ़ के कहर से बेहाल है। तेज बारिश ने न सिर्फ मक्का बल्कि मदीना और जेद्दा जैसे इलाकों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। सड़कों पर पानी इस कदर भर चुका है कि कारें बह रही हैं, बसें फंसी हुई हैं और लोग मदद के लिए चीख-पुकार कर रहे हैं। कई जगहों पर मानव चेन बनाकर बच्चों और बुजुर्गों को बचाने के दृश्य सामने आए हैं।
मक्का के अल-अवाली इलाके में मानव चेन बनाकर बच्चों को सुरक्षित निकाला गया। एक वीडियो में देखा गया कि कैसे एक व्यक्ति ने बाढ़ में गिर चुके एक डिलीवरी बॉय को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जहां लोग इंसानियत की मिसाल पेश कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने दी रेड अलर्ट की चेतावनी
सऊदी अरब के राष्ट्रीय मौसम विभाग (एनएमसी) ने मक्का, मदीना और जेद्दा में रेड अलर्ट जारी किया है। बारिश के इस तांडव के चलते जेद्दा का किंग अब्दुलअजीज इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है और यात्रियों को अपनी एयरलाइंस से संपर्क करने के लिए कहा गया है। स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेज में बदल दिया गया है, और सार्वजनिक स्थान पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं।
2009 की त्रासदी की यादें ताजा
जेद्दा पहले भी बाढ़ का सामना कर चुका है। इस शहर ने 2009 में 100 से अधिक मौतें देखी थीं। इस बार भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। जेद्दा नगर निगम ने 11 नगर पालिकाओं और 15 सहायता केंद्रों को सक्रिय किया है ताकि जलभराव को नियंत्रित किया जा सके। मक्का के संपन्न इलाकों में जहां लोगों को सुरक्षित ठिकाने मिल रहे हैं, वहीं गरीब और मेहनतकश लोग पानी में डूबने को मजबूर हैं। यह असमानता बाढ़ के दौरान और ज्यादा स्पष्ट हो जाती है। एनएमसी ने अगले हफ्ते तक भारी बारिश और आंधी की संभावना जताई है।