नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार 23 जुलाई को पूर्ण बजट पेश करने जा रही हैं। यह मोदी 3.0 का पहला और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का लगातार सातवां बजट है। माना जा रहा है कि बजट में मोदी सरकार 2047 तक विकसित भारत की रूपरेखा तैयार करेगा। बजट में सरकार के पिछले 10 साल के प्रदर्शन की झलक भी दिखाई देगी। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट से सभी वर्गों को उम्मीदें हैं, खासकर महिलाएं, किसान, बिजनेस क्लास और नौकरीपेशा लोगों को। इसके अलावा सरकार से उम्मीद रहेगी कि वह राजकोषीय विवेक बनाए रखते हुए, विकसित भारत 2047 विजन के अनुरूप अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में पहल को बढ़ावा देगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे अपना बजट भाषण शुरू करेंगी। बतौर वित्त मंत्री यह उनका लगातार सातवां बजट होगा। इसके साथ ही वह सीडी देशमुख के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाली दूसरी वित्त मंत्री बन जाएंगी। सूत्रों के अनुसार, बजट 2024 से पहले सोमवार को एनडीए ने एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें सदन के प्रबंधन और विपक्ष का मुकाबला करने की रणनीति पर चर्चा की गई। सभी सांसदों को सदन में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। सूत्रों ने बताया कि बजट पेश किए जाने के बाद, सभी सहयोगी दलों के साथ बजट के महत्वपूर्ण बिन्दुओं को साझा किया जाएगा ताकि सभी एकमत हों।
नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट में इन आंकड़ों पर सबकी नजर रहने वाली है-
राजकोषीय घाटा: इस साल फरवरी में पेश किए गए अंतरिम बजट के मुताबिक सरकार के खर्च और आमदनी के बीच का अंतर यानी राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष में 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष में 5.8 प्रतिशत था। कर संग्रह में उछाल के कारण पूर्ण बजट में पहले से बेहतर अनुमान दिए जाने की उम्मीद है। सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
पूंजीगत व्यय: चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार का नियोजित पूंजीगत व्यय 11.1 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वित्त वर्ष के 9.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। सरकार बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दे रही है और राज्यों को पूंजीगत व्यय बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है।
कर राजस्व: अंतरिम बजट में 2024-25 के लिए सकल कर राजस्व 38.31 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 11.46 प्रतिशत अधिक है। इसमें प्रत्यक्ष करों (व्यक्तिगत आयकर और कॉरपोरेट कर) से 21.99 लाख करोड़ रुपये और अप्रत्यक्ष करों (सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और जीएसटी) से 16.22 लाख करोड़ रुपये आने का अनुमान है।
जीएसटी: वित्त वर्ष 2024-25 में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 11.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 10.68 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष के अंतिम बजट में कर राजस्व के आंकड़ों पर नजर रखनी होगी।
कर्ज: अंतरिम बजट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में सरकार का सकल उधार बजट 14.13 लाख करोड़ रुपये था। सरकार अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए बाजार से कर्ज लेती है। बाजार की नजर उधारी के आंकड़ों पर रहेगी।
वर्तमान कीमतों पर जीडीपी: अंतरिम बजट के अनुसार चालू वित्त वर्ष में भारत की वर्तमान कीमतों पर जीडीपी (वास्तविक जीडीपी और मुद्रास्फीति का जोड़) 10.5 प्रतिशत बढ़कर 3,27,700 अरब रुपये होने का अनुमान है।
लाभांश: अंतरिम बजट में आरबीआई और वित्तीय संस्थानों से 1.02 लाख करोड़ रुपये का लाभांश मिलने का अनुमान है। इसे बढ़ाया जाएगा, क्योंकि आरबीआई ने मई में पहले ही 2.11 लाख करोड़ रुपये का अधिशेष हस्तांतरित कर दिया है। साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से 43,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
अंग्रेजी में बजट भाषण पढ़ेंगी वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार लोकसभा में बजट भाषण 2024-25 अंग्रेजी में पढ़ेंगी, लेकिन संसद टीवी के दर्शकों के पास बजट भाषण को हिंदी में सुनने का विकल्प होगा। लोकसभा सचिवालय ने आज रात यहां यह जानकारी दी जिसके अनुसार संसद टीवी चैनल संख्या 1 पर अंग्रेजी भाषा में ही बजट भाषण का सीधा प्रसारण होगा, जबकि संसद टीवी चैनल संख्या 2 पर हिन्दी में बजट भाषण सुना जा सकेगा। दर्शकों को हिंदी में बजट भाषण सुनने के लिए संसद टीवी चैनल संख्या 2 पर रिमोट कंट्रोल के ज़रिए सेट-टॉप बॉक्स की भाषा सेटिंग्स में जाकर नेविगेट करना होगा। वहां हिन्दी भाषा का चुनाव करने से हिन्दी में बजट भाषण सुना जा सकेगा।